Maharashtra Assembly Elections : विले पार्ले विधानसभा सीट पर कांटे की लड़ाई में बीजेपी आगे, कांग्रेस भी वापसी को बेताब
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही दिन बाकी है। राज्य में चुनाव एक चरण में 20 नवंबर को होना है। तो वहीं चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने कमर पहले से ही कस ली है। सीट बंटवारे को लेकर महायुति-महाविकास अघाड़ी में शामिल दलों ने सीटें भी तय कर ली है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही दिन बाकी है। राज्य में चुनाव एक चरण में 20 नवंबर को होना है। तो वहीं चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने कमर पहले से ही कस ली है। सीट बंटवारे को लेकर महायुति-महाविकास अघाड़ी में शामिल दलों ने सीटें भी तय कर ली है। 288 विधानसभा क्षेत्र वाले इस राज्य में चुनाव प्रक्रिया शांति पूर्ण तरीके से हो इसके लिए चुनाव आयोग ने शासन-प्रशासन को दिशा-निर्देश दे दिया है। वहीं बीजेपी अपने 148 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर चुका है। कांग्रेस अब तक 99 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है। तो वहीं उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने 80 उम्मीदवारों और शिंदे गुट की शिवसेना 65 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है।
इस चुनाव को लेकर सभी क्षेत्रीय दल से लेकर राष्ट्रीय दल जीत के लिए जनता के द्वार पहुंच रहे हैं। अब जनता किसे अपना नेता चुनेगी ये तो चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा। लेकिन किस विधानसभा में किस पार्टी के उम्मीदवार को जनता ने अपना नेता चुना है, और आगे किस पार्टी के उम्मीदवार को अपना नेता चुनेगी। आपको जानने में सहूलियत होगी कि जनता का मूड क्या होगा। आज हम आपके लिए विले पार्ले विधानसभा सीट का समीकरण लेकर उपस्थित हुए हैं। जहाँ से भारती जनता पार्टी के टिकट पर पराग अलवणी मैदान में हैं।
1962 से अस्तित्व में है यह सीट
विले पार्ले विधानसभा सीट 1962 से अस्तित्व में है। तब से इस सीट पर अब तक 14 बार चुनाव हो चुका है। यह विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रमुंबई उपनगरीय जिला और मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। इस विधानसभा क्षेत्र में 2009 में मतदाताओं की कुल संख्या 272,381 थी। जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 145,088 और महिला वोटर्स की संख्या 127,293 थी।
2019 के बीजेपी के कैंडिडेट एडवोकेट पराग अलवानी ने बड़ी जीत हासिल की थी। वह 2014 के चुनावों में शिवसेना के कैंडिडेट को हराकर पहली बार विधायक बने थे। तब उन्होंने शशिकांत पाटकर को शिकस्त दी थी। अलवानी पहले चुनाव में 32 हजार वोटों से जीते थे लेकिन 2019 में शिवसेना के समर्थन के चलते उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार जयंतीभाई सिरोया को 58 हजार से अधिक वोटों से शिकस्त दी थी। अगर पराग अलवानी तीसरी बार यहां से बीजेपी के कैंडिडेट बनने हैं तो वह हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरेंगे।
2011 की जनगणना के अनुसार विले पार्ले सीट पर शहरी वोटरों की संख्या सबसे अधिक है। विधानसभा क्षेत्र में 264,705 अर्बन वोटर थे। इस सीट पर सबसे ज्यादा आबादी मुस्लिम और क्रिस्चियन की है। पराग अलवानी जुलाई 2021 में बीजेपी के 12 विधायकों को सदन ने निलंबित किए जाने पर सुर्खियों में आए थे। इन विधायकों को विधानसभा में गलत आचरण करने पर एक साल के निलंबित किया गया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने राहत फरवरी 2022 में मिली थी।
2024 में क्या होगा जनता का रूख
अगर ऊपर लिखे आंकड़ों पर गौर फरमाएं तो, हम देख पाएंगे कि विले पार्ले विधानसभा सीट पर कुल 14 बार चुनाव हुए हैं। इसमें से सबसे ज्यादा कांग्रेस ने 7 सात बार चुनाव हासिल की है। वहीं दो बार जनता पार्टी, दो बार शिवसेना, एक बार निर्दलीय और दो भाजपा ने जीत दर्ज की है। पिछले दो चुनाव से लागातार बीजेपी यहां से जीत दर्ज कर रही है। 1999 से 2004 तक यानी लगातार 3 बार इस सीट पर कांग्रेस जीत चुकी है। फिलहाल 2024 में किस पार्टी के नेता चुन कर आएंगे ये तो 23 नवंबर को ही पता चल पाएगा।
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