रैन्समवेयर हमले की चपेट में Madhya Pradesh पावर मैनेजमेंट कंपनी का आईटी सिस्टम
इस हमले से राज्य द्वारा संचालित इस इकाई के विभिन्न अधिकारियों के बीच संचार के लिए उपयोग की जाने वाली आंतरिक सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली बाधित हो गई है। सूत्रों ने बताया कि इस हमले से एमपीपीएमसी प्रभावित हुई है जो मांग के अनुसार बिजली की खरीद-बिक्री के जरिए राज्य में बिजली के प्रबंधन की देखरेख करती है।
मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (एमपीपीएमसी) ने उसके आईटी सिस्टम पर 22 मई को हुए रैन्समवेयर हमले के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। इस हमले से राज्य द्वारा संचालित इस इकाई के विभिन्न अधिकारियों के बीच संचार के लिए उपयोग की जाने वाली आंतरिक सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली बाधित हो गई है। सूत्रों ने बताया कि इस हमले से एमपीपीएमसी प्रभावित हुई है जो मांग के अनुसार बिजली की खरीद-बिक्री के जरिए राज्य में बिजली के प्रबंधन की देखरेख करती है।
एमपीपीएमसी के जनसंपर्क अधिकारी पंकज स्वामी ने पीटीआई-को बताया कि जरूरी काम प्रभावित न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए एक वैकल्पिक तरीका अपनाया गया है। रविवार को संपर्क किए जाने पर एमपीपीएमसी की मुख्य महाप्रबंधक (सूचना प्रौद्योगिकी-आईटी) रीता क्षेत्रपाल ने कहा कि रैन्समवेयर हमले के पीछे शामिल लोगों ने अभी तक पैसे नहीं मांगे हैं, लेकिन उनसे संपर्क करने के लिए ईमेल आईडी मिली है। क्षेत्रपाल ने कहा कि एमपीपीएमसी सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार सर्वरों को स्कैन कर रही है और एहतियात के साथ उन्हें बहाल करने की कोशिश कर रही है।
एमपीपीएमसी द्वारा शनिवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में क्षेत्रपाल ने कहा कि ‘रैन्समवेयर अटैक’ के लक्षण 22 मई 2023 को पाये गये हैं। इस साइबर हमले के संबंध में अभी तक उठाए गए कदमों के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि एमपीपीएमसी द्वारा आईएबीएस सिस्टम मेसर्स एल.एण्ड. टी. इनफोटेक के माध्यम से बनाया गया है जिसके अन्तर्गत कंपनी के समस्त कार्य संपादित किये जाते हैं। क्षेत्रपाल ने कहा कि 22 मई को कंपनी के कंट्रोल रूम द्वारा सूचित किया गया कि इंटरनेट कार्य नहीं कर रहा है।
उनके अनुसार मेसर्स एल.एण्ड टी. के इंजीनियर्स द्वारा जांच करने पर पाया गया कि इंटरनेट काम कर रहा है लेकिन आईएबीएस का सर्वर की फाइल एनकरप्टेड है। उन्होंने कहा कि मेसर्स एल.एण्ड टी. के इंजीनियर्स द्वारा तत्काल इंटरनेट एवं इंट्रानेट सेवा विच्छेदित कर दी गई और सारे कम्प्यूटर आईसोलेट कर दिये गये। क्षेत्रपाल ने कहा कि इस संबंध में एमपीपीएमसी, मध्य प्रदेश शासन के अधिकारियों, मध्य प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम (एमपीएसईडीसी), सीईआरटी-इन तथा पुलिस अधीक्षक, सायबर सेल, पुलिस थाना, गोरखपुर जबलपुर को अवगत कराया गया एवं चर्चा की गई। राज्य साइबर सेल जबलपुर के पुलिस अधीक्षक लोकेश सिन्हा ने बताया, ‘‘एमपीपीएमसी से उसके आईटी सिस्टम पर रैन्समवेयर हमले के बारे में शुक्रवार को मिली शिकायत पर जांच शुरू हो गई है।
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