पटाखे नहीं जलाने पर भाजपा नेता का जबरदस्त विरोध, बोले- शोर रहित शुक्रवार और रक्तहीन बकरीद भी होनी चाहिए
विजयपुरा से विधायक यत्नाल ने कहा कि शोर रहित दिवाली एवं पर्यावरण अनुकूल गणेशोत्सव के साथ ही शोर रहित शुक्रवार, रक्तहीन बकरीद और पटाखे के बिना 31 दिसंबर की रात का उत्सव मनाया जाना चाहिए।
बेंगलुरु। भाजपा के वरिष्ठ नेता बासनगौड़ा पाटिल यत्नाल ने सोमवार को दिवाली पर पटाखे नही जलाने और पर्यावरण के अनुकूल गणेशोत्स्व मनाए जाने के आह्वान पर जबरदस्त विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि इसके साथ ही शोर रहित शुक्रवार और रक्तहीन बकरीद भी मनायी जानी चाहिए। साथ ही कहा कि 31 दिसंबर की रात को उत्सव मनाए जाने के दौरान भी पटाखे नहीं जलाए जाने चाहिए। यत्नाल ने ट्विटर पर कहा कि हिंदू गणेशोत्सव, दशहरा-दुर्गापूजा और दिवाली पर एकत्र होते हैं जोकि साल में एक बार आते हैं लेकिन जब त्योहार आते हैं तो हमें पर्यावरण अनुकूल गणेशोत्सव मनाने औरदिवाली पर पटाखे जलाने के उपदेश दिये जाते हैं।
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विजयपुरा से विधायक यत्नाल ने कहा कि शोर रहित दिवाली एवं पर्यावरण अनुकूल गणेशोत्सव के साथ ही शोर रहित शुक्रवार, रक्तहीन बकरीद और पटाखे के बिना 31 दिसंबर की रात का उत्सव मनाया जाना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, रक्तहीन बकरीद होनी चाहिए, 31 दिसंबर की रात को पटाखे नहीं जलाए जाने चाहिए और शुक्रवार को लाउडस्पीकर का उपयोग नहीं होना चाहिए। हम अपने घरों में दिए जलाएंगे और उन्हें बिना स्पीकरों के नमाज अदा करने दीजिए। सड़कों पर भी नमाज नहीं पढ़ी जानी चाहिए। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को हरित पटाखे के साथ दिवाली मनाने की जनता से अपील की थी।
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