राहुल गांधी का अदालत के फैसले को स्वीकार न करना दुर्भाग्यपूर्ण : Konrad Sangma
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में संगमा ने कहा कि राहुल गांधी ने न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, बल्कि पूरे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय का अपमान किया था।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने शनिवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी मानहानि के एक मामले में उन्हें दोषी ठहराने के गुजरात की एक अदालत के फैसले को ‘स्वीकार नहीं’ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में संगमा ने कहा कि राहुल गांधी ने न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, बल्कि पूरे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय का अपमान किया था।
उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी अदालत के फैसले और चुनाव आयोग के नियमों को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उन्हें मोदी पर निशाना साधने के बजाय अदालत के फैसले को स्वीकार करना चाहिए।” राहुल गांधी को शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिया गया था। इससे एक दिन पहले, सूरत की एक अदालत ने 2019 के आपराधिक मानहानि के एक मामले में राहुल को दोषी करार देते हुए उन्हें दो साल के कारावास की सजा सुनाई थी।
यह मामला ‘मोदी उपनाम’ को लेकर की गई उनकी एक कथित टिप्पणी के लिए दायर किया गया था। हालांकि, सजा के ऐलान के बाद अदालत ने राहुल को जमानत भी दे दी थी और उनकी सजा के अमल पर 30 दिन की रोक लगा दी थी, ताकि वह फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती दे सकें। संगमा ने कहा कि राहुल गांधी को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए और प्रधानमंत्री को चुनौती देने के बजाय चीजें सुधारने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा, “2014 और 2019 के चुनावों में कांग्रेस को मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा था। मौजूदा स्थिति 2024 के चुनावों में कांग्रेस को और भी प्रभावित करेगी।
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