अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के कारण कर्नाटक की कानून व्यवस्था ध्वस्त : भाजपा
विजयेन्द्र ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जगह राज्य शिक्षा नीति लागू कर शिक्षा क्षेत्र को कमजोर कर रही है। उन्होंने दावा किया कि इससे अभिभावकों और शिक्षकों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी.वाई. विजयेन्द्र ने सोमवार को आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की नीति के कारण राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है और यहां की कांग्रेस सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
कर्नाटक विधान परिषद् की दक्षिण पश्चिम स्नातक और दक्षिण पश्चिम शिक्षक सीट पर होने जा रहे चुनाव के लिए प्रचार करने यहां आये विजयेंद्र ने एक सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दावणगेरे जिले के चन्नागिरी पुलिस थाना पर हमला करने वाली ‘‘अल्पसंख्यकों’’ की भीड़ राज्य सरकार की तुष्टीकरण की नीति के भयानक परिणाम को दर्शाती है।
उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने पुलिस थाना पर हमला किया, वह शायद जानते हैं कि उन्हें कुछ नहीं होगा क्योंकि राज्य में कांग्रेस सत्ता में है।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इस घटना और हाल में इस तरह की कानून-व्यवस्था की अन्य घटनाओं से सवाल उठता है कि क्या राज्य में कोई सरकार नाम की चीज है भी कि नहीं? क्या राज्य में कोई मुख्यमंत्री, कोई गृह मंत्री और कोई मंत्रिमंडल है?’’
विजयेन्द्र ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जगह राज्य शिक्षा नीति लागू कर शिक्षा क्षेत्र को कमजोर कर रही है। उन्होंने दावा किया कि इससे अभिभावकों और शिक्षकों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि एक वर्ष में राज्य में विकास परियोजनाएं पूरी तरह से ठप पड़ी हैं और सरकार ने किसी नयी परियोजना का शिलान्यास तक नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली पिछली भाजपा सरकार द्वारा स्वीकृत परियोजनाओं को ही आगे बढ़ाया जा रहा है।
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