कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख पद के लिए समर्थन नहीं जुटा रहा: डीके शिवकुमार
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सिद्धरमैया विधायक दल के नेता हैं और यह फैसला आलाकमान को करना है कि नेता प्रतिपक्ष कौन होगा।राज्य में भाजपा नीत नयी सरकार के गठन के बाद नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त है।इस पद पर सिद्धरमैया के अलावा शिवकुमार, एच के पाटिल और कृष्ण बी गौड़ा सहित अन्य नेताओं की भी नजरें टिकी हैं।
बेंगलुरू। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डी. के. शिवकुमार ने कहा है कि वह कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख पद के लिए समर्थन नहीं जुटा रहे हैं और गांधी परिवार के फैसले का हमेशा पालन करेंगे।शिवकुमार का यह बयान कांग्रेस नेतृत्व से मिलने के लिएदिल्ली की उनकी हालिया यात्रा को लेकर उनके बारे में लगाई जा रही अटकलों के मद्देनजर आया है। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख बदले जाने की खबरों के बीच उन्होंने दिल्ली की यात्रा की। उन्होंने यहां कहा, ‘‘...अन्य लोग जो कुछ कह रहे हैं मैं उस पर प्रतिक्रिया देना नहीं चाहता। मैं किसी पद का आकांक्षी नहीं हूं। आप(मीडिया) ने कहा कि मैं लॉबिंग के लिए गया था, मैं ऐसा क्यों करूंगा।’’ उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘गांधी परिवार और उनके नेतृत्व में मेरी मान्यता है। वे जो कुछ करेंगे उसे मैं प्रसाद मानते हुए ग्रहण करूंगा।’’
हालांकि वह प्रदेश कांग्रेस प्रमुख का पद स्वीकार करेंगे या नहीं, इस सवाल का सीधा जवाब देने में वह अनिच्छुक दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘अतीत में ऐसी कई स्थितियां आई जब मुझे बनाया (प्रदेश अध्यक्ष) जाना था, लेकिन मैं नहीं बनाया गया। अब इसे लेकर मैं व्याकुल नहीं हूं। यदि यह मेरे नसीब में होगा, तो हर चीज मेरे पास आ जाएगी।’’ उन्होंने यह बात लक्ष्मण सावदी का जिक्र करते हुए कहा, जो विधायक या विधान पार्षद नहीं होते हुए भी आज उपमुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह उनका (सावदी का) नसीब है, मैं उनहें बधाई देता हूं।’’शिवकुमार ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ मुलाकात में कथित तौर पर उनसे कहा था कि यदि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नहीं तो कम से कम विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए उनके नाम पर विचार किया जाए।
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एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सिद्धरमैया विधायक दल के नेता हैं और यह फैसला आलाकमान को करना है कि नेता प्रतिपक्ष कौन होगा।राज्य में भाजपा नीत नयी सरकार के गठन के बाद नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त है।इस पद पर सिद्धरमैया के अलावा शिवकुमार, एच के पाटिल और कृष्ण बी गौड़ा सहित अन्य नेताओं की भी नजरें टिकी हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश इकाई को नेता प्रतिपक्ष और अन्य विषयों पर फैसले के लिए कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के राज्य के दौरे का इंतजार है। सिद्धरमैया द्वारा पूर्वानुमान किये गए मध्यावधि चुनाव के बारे में पूछे जाने पर शिवकुमार ने कहा , ‘‘किसी फैसले पर जल्दबाजी में नहीं आइए। ’’
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