झारखंड : कोविड की तीसरी लहर में संक्रमण से पहली मौत, जीनोम सिक्वेंसिंग की एक भी मशीन नहीं उपलब्ध
झारखंड में कोविड की तीसरी लहर में संक्रमण से पहली मौत हुई।कोरोना वायरस के नये स्वरुप ओमीक्रोन के संबंध में सवाल करने पर रांची के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. विनोद कुमार ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि राज्य में फिलहाल जीनोम सिक्वेंसिंग की एक भी मशीन नहीं है, इसलिए नमूनों को जांच के लिए ओडिशा भेजा जाता है।
रांची। झारखंड में 22 दिसंबर से औपचारिक रूप से कोविड की तीसरी लहर की घोषणा होने के बाद राज्य में संक्रमण से मौत का पहला मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में बृहस्पतिवार को संक्रमण के 482 नये मामले आए हैं जिनमें से 246 प्रांतीय राजधानी रांची से हैं। राज्य में कोविड नियंत्रण के लिए बने कार्यबल के नोडल अधिकारी डॉक्टर प्रवीण कर्ण ने बताया कि आज तड़के रांची के राज अस्पताल में 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई, वह कोरोना वायरस से संक्रमित थी। उन्होंने बताया कि अन्य बीमारियों से पीड़ित महिला को 27 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि बाद में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। उनकी आज तड़के मौत हो गई। गौरतलब है कि इससे पहले 14 दिसंबर को राज्य में कोविड से एक व्यक्ति की मौत हुई थी।
इसे भी पढ़ें: हरियाणा में 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोवैक्सीन का टीकाकरण आगामी 3 जनवरी से होगा शुरू- विज
कोरोना वायरस के नये स्वरुप ओमीक्रोन के संबंध में सवाल करने पर रांची के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. विनोद कुमार ने बताया कि राज्य में फिलहाल जीनोम सिक्वेंसिंग की एक भी मशीन नहीं है, इसलिए नमूनों को जांच के लिए ओडिशा भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि ओडिशा से रिपोर्ट आने में 15 दिन से एक महीने का वक्त लगता है, इसलिए राज्य में अभी तक किसी के ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है। झारखंड में इस समय कोविड-19 के कुल 929 मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं संक्रमण से अभी तक कुल 5143 मरीजों की मौत हुई है।
अन्य न्यूज़