झारखंड में विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण, हेमंत सोरेन सहित इन दिग्गजों की अग्निपरीक्षा
झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण में झामुमो का गढ़ माने जाने वाले संथाल क्षेत्र की 16 विधानसभा सीटों के लिए शुक्रवार को सुबह सात बजे शांतिपूर्ण ढंग से मतदान प्रारंभ हो गया। अंतिम चरण के मतदान में 40,05,287 मतदाता 236 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें एवं अंतिम चरण के तहत सुबह नौ बजे तक 12.01 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चरण के तहत संथाल क्षेत्र की 16 विधानसभा सीटों के लिए शुक्रवार सुबह सात बजे शांतिपूर्ण ढंग से मतदान प्रारंभ हुआ। झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार चौबे ने यहां बताया कि सभी स्थानों पर मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्वक जारी है और सुबह नौ बजे तक 12.01 प्रतिशत मतदान हुआ। अंतिम चरण के मतदान में 40,05,287 मतदाता 236 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
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झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण में झामुमो का गढ़ माने जाने वाले संथाल क्षेत्र की 16 विधानसभा सीटों के लिए शुक्रवार को सुबह सात बजे शांतिपूर्ण ढंग से मतदान प्रारंभ हो गया। अंतिम चरण के मतदान में 40,05,287 मतदाता 236 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इन 16 सीटों में से सात सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में इनमें से छह सीटें झामुमो ने और पांच भाजपा ने जीती थीं। झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार चौबे ने शुक्रवार को यहां बताया कि सभी 16 विधानसभा सीटों के लिए स्वतंत्र, शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने के लिए सारी तैयारियां की गयी हैं और प्रारंभिक सूचना के अनुसार सभी स्थानों पर मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्वक जारी है। अनेक इलाकों के नक्सल प्रभावित होने के बावजूद सुबह से ही मतदाताओं की कतारें लगने की सूचना प्राप्त हुई है। चौबे ने बताया कि इन सभी सीटों के मतदान के लिए कुल 5,389 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें शहरी क्षेत्र में 269 और ग्रामीण क्षेत्र में 5,120 मतदान केंद्र हैं। ये सभी मतदान केंद्र 4,096 मतदान केंद्र भवनों में स्थित हैं। इन केंद्रों में कुल 40,05,287 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे जिनमें 20,49,921 पुरुष, 19,55,336 महिलाएं, 30 तृतीय लिंग के लोग है। इसके साथ ही 93,779 मतदाता (18-19 साल) पहली बार मतदान करेंगे। साथ ही, 41,505 मतदाता 80 साल से ज्यादा आयु के और 49,446 दिव्यांग मतदाता हैं। मतदान सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ। नक्सल प्रभावित बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर और शिकारीपाड़ा में मतदान दोपहर तीन बजे तक होगा जबकि अन्य 11 सीटों पर शाम पांच बजे तक मतदान होगा। कुल 28 मतदान केन्द्रों के कर्मियों को हेलीकाप्टरों से उनकी तैनाती के केन्द्रों तक पहुंचाया गया है। दूरदराज के कुल 84 इलाकों में सैटेलाइट फोन की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि पांचवें चरण में जिन 16 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं वे छह जिलों में स्थित हैं। इनमें साहेबगंज जिले में राजमहल, बोरियो और बरहेट, पाकुड़ जिले में लिट्टीपाड़ा, पाकुड़ तथा महेशपुर, जामताड़ा जिले में नाला और जामताड़ा, दुमका जिले में शिकारीपाड़ा, दुमका, जामा और जरमुंडी, देवघर जिले में सारठ और गोड्डा जिले में पोडैयाहाट, गोड्डा और महगामा विधानसभा सीटें शामिल हैं।
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं की मतदान में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। दिव्यांग मतदाताओं की सहूलियत के लिए मतदान केंद्रों में 2,065 व्हील चेयर और 7505 स्वयंसेवकों की तैनाती की गई है। इसके अलावा उन्हें घर से मतदान केंद्र तक लाने-ले जाने के लिए 2,766 वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पांचवें चरण के चुनाव में 237 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं जिनमें 208 पुरुष और 29 महिला प्रत्याशी शामिल हैं। जरमुंडी सीट से सबसे ज्यादा 26 और पोड़ैयाहाट सीट के लिए सबसे कम सात प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा राजमहल से 23, बोरियो से 12, बरहेट से 12, लिट्टीपाड़ा से 11, पाकुड़ से 11, महेशपुर से 12, शिकारीपाड़ा से 13, नाला से 16, जामताड़ा से 13, दुमका से 13, जामा से 15, सारठ से 21, गोड्डा से 14 और महगामा से 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
अधिकारी ने बताया कि इस चरण के चुनाव के लिए 1,347 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। वहीं 249 आदर्श मतदान केंद्र और 133 महिला संचालित मतदान केंद्र बनाए गए हैं। विनय कुमार ने बताया कि मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस चरण में 5,389 मतदान केंद्रों में से 1,717 अति संवेदनशील और 1,973 संवेदनशील मतदान केंद्र के रुप में चिह्नित किए गए हैं। इन मतदान केंद्रों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र जवानों को तैनात किया गया है।उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित इलाकों में 396 अति संवेदनशील और 208 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं। वहीं गैर नक्सल प्रभावित इलाकों में अति संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 1321 और संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 1765 है। इसके अलावा सामान्य मतदान केंद्रों की संख्या 1699 है। उन्होंने बताया कि अब तक 81 सीटों में से 65 विधानसभा सीटों के लिए चार चरणों में मतदान हो चुका है। इन चरणों में 30 नवंबर को 13, सात दिसंबर को 20 सीटों, 12 दिसंबर को 17 सीटों और 16 दिसंबर को 15 सीटों के लिए मतदान हुआ था। इस आखिरी चरण में पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, राज्य के कई मंत्रियों और झारखंड विकास मोर्चा के प्रदीप यादव के भाग्य का फैसला शुक्रवार को वोटिंग मशीनों में बंद हो जायेगा। सोरेन बरहेट और दुमका दोनों सीटों से चुनाव मैदान में हैं। इस चरण के लिए जहां भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रचार की कमान संभाली, वहीं विपक्ष की ओर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी और झामुमो के नेता शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन ने प्रचार किया। झारखंड विकास मोर्चा के लिए पार्टी के नेता बाबूलाल मरांडी ने ही मोर्चा संभाले रखा।
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