झांसी सीट पर ब्राह्मण उम्मीदवारों का रहा है बोलबाला, सपा का अब तक नहीं खुला खाता
झांसी सदर सीट की एक और रोचक बात ये है कि इस सीट पर ब्राह्मण प्रत्याशियों का ही बोलबाला रहा है और अगर किसी पार्टी ने ब्राह्मण उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया तो जनता ने निर्दलीय ब्राह्मण उम्मीदवार को भी जीता दिया है। पिछले 11 चुनाव पर गौर करे तो 10 बार ब्राह्मण प्रत्याशी ही विजयी हुए।
उत्तर प्रदेश का झांसी जनपद रानी लक्ष्मी बाई के नाम से जाना जाता है। झांसी सदर की सीट पर पिछले दो चुनावों से बीजेपी का ही बोलबाला रहा है। दिलचस्प बात ये है कि इस सीट पर आज तक समाजवादी पार्टी का खाता नहीं खुल सका है। सीटें कांग्रेस और बीजेपी के पास ही आती-जाती रही हैं। झांसी सदर सीट की एक और रोचक बात ये है कि इस सीट पर ब्राह्मण प्रत्याशियों का ही बोलबाला रहा है और अगर किसी पार्टी ने ब्राह्मण उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया तो जनता ने निर्दलीय ब्राह्मण उम्मीदवार को भी जीता दिया है। पिछले 11 चुनाव पर गौर करे तो 10 बार ब्राह्मण प्रत्याशी ही विजयी हुए।
इसे भी पढ़ें: विश्वविद्यालय के प्रोफेसर से लेकर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम तक, ऐसा रहा डॉ. दिनेश शर्मा का राजनीतिक सफर
झांसी का अब तक विधानसभा चुनाव परिणाम
इस विधानसभा सीट पर जेएनपी के मेघराज सिंह कुशवाहा ने जीत दर्ज की। 1980 के चुनाव में बीजेपी का खाता इस सीट पर राजेंद्र अग्निहोत्री ने खुलवाया। 1985 के चुनाव में कांग्रेस के ओम प्रकाश रिचेरिया ने इस सीट पर जीत दर्ज की। 1989 में बीजेपी के रविंद्र शुक्ला ने कांग्रेस के ओम प्रकाश रिचेरिया को 20,093 मतों से पराजित किया। रविंद्र शुक्ला के जीत का सिलसिला 1996 तक लगातार चला। 2002 के चुनाव में बसपा के रमेश कुमार शर्मा ने बीजेपी के रविंद्र शुक्ला का विजय रथ रोका और 18 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की। 2007 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदीप जैन आदित्य विजयी हुए। 2012 और 2017 के चुनाव में बीजेपी ने लगातार ये सीट अपने नाम की है।
2017 के विधानसभा चुनाव के परिणाम
उम्मीदवार | पार्टी | वोट | वोट % |
चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय | भाजपा | 90,366 | 40.85% |
वीर सिंह | सपा | 63,430 | 28.68% |
जगदीश प्रसाद गौतम | बसपा | 47,780 | 21.60% |
अन्य न्यूज़