Jammu Kashmir: 9 साल की कड़ी मेहनत से कारीगरों ने किया कमाल, तैयार हुआ एशिया का सबसे बड़ा कालीन

Asia largest carpet
ANI
अंकित सिंह । May 17 2024 2:47PM

काम फरवरी 2015 में शुरू हुआ और इस साल अप्रैल में पूरा हुआ। कालीन की बुनाई में लगभग 24 मास्टर कारीगर शामिल थे। लॉकडाउन के बावजूद, कालीन की बुनाई अप्रभावित रही और कारीगरों ने सभी बाधाओं को पार कर लिया। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि कश्मीर में इतना बड़ा कालीन बनाया गया है।

घाटी के कारीगर एशिया का सबसे बड़ा हस्तनिर्मित कालीन बुनते हैं। एशिया का सबसे बड़ा हस्तनिर्मित कालीन, जिसकी लंबाई 72 फीट और चौड़ाई 40 फीट है, लगभग 9 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद बनकर तैयार हुआ। जम्मू-कश्मीर में कालीन उद्योग को पुनर्जीवित करने की उम्मीद जगाते हुए, कारीगरों ने नौ वर्षों में एशिया का सबसे बड़ा हस्तनिर्मित रेशम कालीन बनाकर इतिहास रच दिया है।

इसे भी पढ़ें: Vishwakhabram | Pak Occupied Kashmir | भारत वाले कश्मीर की तरक्की देखकर पीओके में मचा हुआ है बवाल, पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विरोधी प्रदर्शन तेज

कालीन व्यवसायी फैयाज अहमद शाह ने प्रभासाक्षी को बताया कि उन्हें एक दशक पहले खाड़ी देश से कालीन का ऑर्डर मिला था। उन्होंने कहा कि यह एक विशाल कालीन था और घाटी में पहले कभी ऐसा कालीन नहीं बनाया गया था। हमारे लिए कालीन बनाना एक चुनौती थी। कालीन बुनने के लिए एक विशेष करघा बनाया गया।

इसे भी पढ़ें: बीजेपी का कोई उम्मीदवार नहीं, फिर भी चुनावी अभियान छोड़कर...अमित शाह के कश्मीर दौरे पर बोले उमर अब्दुल्ला

काम फरवरी 2015 में शुरू हुआ और इस साल अप्रैल में पूरा हुआ। कालीन की बुनाई में लगभग 24 मास्टर कारीगर शामिल थे। लॉकडाउन के बावजूद, कालीन की बुनाई अप्रभावित रही और कारीगरों ने सभी बाधाओं को पार कर लिया। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि कश्मीर में इतना बड़ा कालीन बनाया गया है। शाह ने कहा कि कश्मीर में एशिया के सबसे बड़े हस्तनिर्मित कालीन की बुनाई से जम्मू-कश्मीर में कालीन उद्योग के पुनरुद्धार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे उद्योग से जुड़े कारीगरों और शिल्पकारों का भी उत्थान होगा।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़