Jammu-Kashmir: आतंकी हमलों को लेकर राहुल गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना, बोले- विफल रहीं NDA सरकार की नीतियां
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि केंद्र की NDA सरकार की नीतियां जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा और शांति स्थापित करने में पूरी तरह से विफल रही हैं। उनके दावों के विपरीत, हकीकत यह है कि प्रदेश निरंतर आतंकी गतिविधियों, हमारे जवानों पर हमलों और नागरिकों की लक्षित हत्याओं के कारण खतरे के साए में जी रहा है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादी हमलों की बढ़ती घटनाओं को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की। हिंदी में एक्स पर एक पोस्ट में गांधी ने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार की नीतियां जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा और शांति स्थापित करने में विफल रही हैं। राहुल ने लिखा कि गुलमर्ग, जम्मू-कश्मीर में सेना के वाहन पर हुए कायराना हमले में हमारे वीर जवानों की शहादत का समाचार अत्यंत दुखद है। हमले में दो पोर्टर्स ने भी अपनी जान गंवा दी। शहीदों को नमन करता हूं और सभी शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
इसे भी पढ़ें: Maharashtra: चुनावी दंगल के बीच कोर्ट में जारी है चाचा-भतीजे की लड़ाई, अजित पवार से SC ने मांगा जवाब
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि केंद्र की NDA सरकार की नीतियां जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा और शांति स्थापित करने में पूरी तरह से विफल रही हैं। उनके दावों के विपरीत, हकीकत यह है कि प्रदेश निरंतर आतंकी गतिविधियों, हमारे जवानों पर हमलों और नागरिकों की लक्षित हत्याओं के कारण खतरे के साए में जी रहा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सरकार को तुरंत जवाबदेही लेनी चाहिए और जल्द से जल्द वादी में अमन बहाल कर सेना और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में गुरुवार को आतंकवादियों द्वारा सेना के वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले में दो सैनिक और दो नागरिक मारे गए। अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रीय राइफल्स इकाई के कर्मियों और नागरिक कुलियों को लेकर एक काफिला अफरावत रेंज में नागिन चौकी की ओर बढ़ रहा था, तभी आतंकवादियों ने पर्यटन केंद्र गुलमर्ग से लगभग 6 किमी दूर बोटापथरी में सेना के दो ट्रकों पर गोलीबारी की।
इसे भी पढ़ें: UP में उपचुनाव नहीं लड़ेगी कांग्रेस, अखिलेश यादव की सपा को समर्थन देने का किया ऐलान
24 अक्टूबर को कश्मीर के गंदेरबल जिले में छह गैर-स्थानीय मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर समेत सात लोगों की हत्या कर दी गई थी। यह क्रूर आतंकी हमला तब हुआ जब आतंकवादियों ने जेड-मोड़ सुरंग निर्माण स्थल पर पीड़ितों पर गोलियां चलाईं। 18 अक्टूबर को बिहार के एक मजदूर को शोपियां जिले में आतंकवादियों ने गोली मार दी थी। गोलियों से छलनी उसकी लाश जैनापोरा के वाची इलाके में एक खेत में पड़ी मिली थी।
अन्य न्यूज़