जम्मूः अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक रेंजर्स की बिना उकसावे वाली गोलीबारी में बीएसएफ जवान की मौत

Border Security Force
Creative Common

उसने कहा, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी के कारण डर का माहौल व्याप्त है। इससे पहले, 28 अक्टूबर को पाकिस्तान रेंजर्स ने सीमा पर लगभग सात घंटे तक भारी गोलीबारी की थी, जिसमें एक महिला और बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए थे। वहीं, 17 अक्टूबर को अरनिया सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से बिना उकसावे के की गई गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान घायल हुए थे। अधिकारियों के मुताबिक, 25 फरवरी 2021 को दोनों पक्षों के संघर्ष-विराम समझौते पर दस्तखत करने के बाद से यह उल्लंघन की छठी घटना है।

जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में बुधवार देर रात अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास पाकिस्तानी रेंजर्स की बिना उकसावे वाली गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, सांबा में सीमा चौकियों को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी, जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा पिछले 24 दिनों में संघर्ष-विराम उल्लंघन की तीसरी घटना है। उन्होंने बताया कि गोलीबारी में बीएसएफ के हेड कॉन्स्टेबल लाल फाम कीमा घायल हो गए, जिन्हें पहले एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर जम्मू के जीएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

अधिकारियों के अनुसार, 50 वर्षीय कीमा मिजोरम के आइजोल के रहने वाले थे। उन्होंने बताया कि कीमा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जीएमसी अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया है। बीएसएफ ने एक बयान में कहा, आठ-नौ नवंबर 2023 की दरमियानी रात के दौरान, पाकिस्तान रेंजर्स ने रामगढ़ क्षेत्र में बिना उकसावे के गोलीबारी की, जिसका बीएसएफ जवानों ने माकूल जवाब दिया। रामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) डॉ. लखविंदर सिंह ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स की गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था, जिसे देर रात करीब एक बजे इलाज के लिए केंद्र में लाया गया। जेरडा के ग्रामीण मोहन सिंह भट्टी ने बताया कि गोलाबारी रात करीब 12.20 बजे शुरू हुई, जिसने बाद में व्यापक रूप ले लिया।

उसने कहा, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी के कारण डर का माहौल व्याप्त है। इससे पहले, 28 अक्टूबर को पाकिस्तान रेंजर्स ने सीमा पर लगभग सात घंटे तक भारी गोलीबारी की थी, जिसमें एक महिला और बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए थे। वहीं, 17 अक्टूबर को अरनिया सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से बिना उकसावे के की गई गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान घायल हुए थे। अधिकारियों के मुताबिक, 25 फरवरी 2021 को दोनों पक्षों के संघर्ष-विराम समझौते पर दस्तखत करने के बाद से यह उल्लंघन की छठी घटना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़