क्या राज्यपाल बनने जा रहे हैं जीतन राम मांझी? अटकलों को खारिज करते हुए पूर्व CM ने दिया यह जवाब
5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान पर मांझी ने कहा कि वे (विपक्ष) आपस में लड़ रहे हैं और ऐसा करते रहेंगे। पीएम मोदी ने देश के लिए बहुत सारे विकास कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने एनडीए गठबंधन के पक्ष में वोट देने का मन बना लिया है।
राजनीतिक गलियारों में इस बात की जोरदार चर्चा थी कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम अध्यक्ष जीतन राम मांझी को केंद्र ने राज्यपाल पद की पेशकश की है। हालांकि, मांझी ने अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी राष्ट्रीय राजधानी यात्रा पूरी तरह से गैर-राजनीतिक थी। आपको बता दें कि मांझी अपनी दिल्ली की यात्रा पर हैं। राज्यपाल पद के सवाल पर मांझी ने कहा कि मैं बीजेपी के बड़े नेताओं से मिलता रहा हूं, लेकिन इस बार मेरी दिल्ली यात्रा राजनीतिक कारणों से नहीं है, यह एक निजी यात्रा है। हम एनडीए में सीट बंटवारे या सीटों के तालमेल पर राजनीतिक कारणों से उनसे (भाजपा नेताओं) मिले। चर्चा हुई है कि दशहरे के बाद सभी लोग यहां आयेंगे और फिर सारी बातों पर चर्चा होगी।
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5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान पर मांझी ने कहा कि वे (विपक्ष) आपस में लड़ रहे हैं और ऐसा करते रहेंगे। पीएम मोदी ने देश के लिए बहुत सारे विकास कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने एनडीए गठबंधन के पक्ष में वोट देने का मन बना लिया है। मांझी और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के बीच दिल्ली में हो रही मुलाकातों को देखते हुए कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें राज्यपाल पद मिल सकता है। हालांकि, HAM नेता ने इन अटकलों को काल्पनिक बताते हुए खारिज कर दिया।
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जीतन राम मांझी ने कहा, "यह सब काल्पनिक है। जब से मैं एनडीए में शामिल हुआ हूं, तब से मैं बीजेपी नेताओं से मिलता रहा हूं। इससे पहले मैं राजनीतिक कारणों से मिला था। लेकिन इस बार मैं किसी राजनीतिक कारण से नहीं बल्कि अपने स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली जा रहा हूं। मेरी आंख का ऑपरेशन 12 अक्टूबर को दिल्ली अस्पताल में होना है।” अंदरूनी सूत्रों के अनुसार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक जीतन राम मांझी ने मुसहर जाति को अन्य जाति समूहों में विभाजित करने पर आपत्ति जताई है।
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