पर्यटन मंत्रालय की वेबसाइट पर रूसी भाषा में भी मिलेगी जानकारी : स्वराज
भारत 2005 तक एससीओ में एक पर्यवेक्षक था और आम तौर पर संगठन की मंत्री स्तरीय बैठकों में हिस्सा लेता था जो मुख्य रूप से यूरेशियाई क्षेत्र मेंसुरक्षा और आर्थिक सहयोग पर केंद्रित रहती थीं।
बिश्केक। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को कहा कि भारत के पर्यटन मंत्रालय की वेबसाइट पर अगले महीने के अंत से रूसी भाषा में एक अंतरापृष्ठ (इंटरफेस) के साथ ही रूसी भाषा में 24x7 पर्यटक हेल्पलाइन भी शुरू की जाएगी जिससे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के पर्यटकों को सुविधा हो सके। रूस, चीन, किर्गिस्तान गणराज्य, कजाखिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में एससीओ की स्थापना की थी।
External Affairs Minister, Sushma Swaraj at the meeting of Council of Foreign Ministers (CFM) of Shanghai Cooperation Organisation in Bishkek, Kyrgyzstan. pic.twitter.com/54VlkmfLSW
— ANI (@ANI) May 22, 2019
इसे भी पढ़ें: भाजपा ने इस तरह दिखाया वाराणसी के चुनाव प्रचार में अपना दम
भारत 2005 तक एससीओ में एक पर्यवेक्षक था और आम तौर पर संगठन की मंत्री स्तरीय बैठकों में हिस्सा लेता था जो मुख्य रूप से यूरेशियाई क्षेत्र मेंसुरक्षा और आर्थिक सहयोग पर केंद्रित रहती थीं। भारत और पाकिस्तान को 2017 में एससीओ की सदस्यता दी गई।
शंघाई सहयोग संगठन की विदेश मंत्री परिषद की बैठक को यहां संबोधित करते हुए स्वराज ने कहा कि उनका दृढ़ विश्वास है कि जनता के स्तर पर संपर्क राष्ट्रों के बीच रिश्तों की मजबूती में अहम भूमिका निभाता है।
इसे भी पढ़ें: छठे चरण के बाद बोलीं सुषमा स्वराज, भाजपा ने पार किया बहुमत का आंकड़ा
स्वराज ने कहा, “पर्यटन भी ऐसा ही एक प्रेरक है। हम इसे बढ़ावा देने के लिये सक्रिय सहयोग कर सकते हैं। हम 2019-2020 में पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग के लिये एससीओ की संयुक्त कार्य योजना को लागू करने को लेकर गंभीरता से प्रतिबद्ध है।” उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय की वेबसाइट पर जून के अंत तक रूसी अंतरापृष्ठ होगा और 24 घंटे खुली रहने वाली रूसी भाषा की पर्यटक हेल्पलाइन भी शुरू की जाएगी। एससीओ के अधिकांश राष्ट्र रूसी भाषा बोलने वाले हैं।
अन्य न्यूज़