मोदी के शासनकाल में भारत को वैश्विक पहचान मिली: Ramnath Kovind

Ramnath Kovind
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ANI

इस समारोह के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई। विजय भटकर, हरजीत सिंह सभरवाल और जसपिंदर नरूला को भी मानद उपाधि दी गई।

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि देश ने हाल के वर्षों में वैश्विक पहचान हासिल की है। कोविंद ने अपनी विदेश यात्राओं को याद करते हुए कहा कि मेजबान देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति, भारतीय राष्ट्रपति का हवाईअड्डे पर स्वागत करने के लिए ‘‘एक-दूसरे से होड़ करते’’ थे।

कोविंद ने बठिंडा में केंद्रीय विश्वविद्यालय के नौवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जब भी उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में विदेश यात्रा की तो उनके समकक्ष ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया जबकि पूर्व में इसके विपरीत भारतीय राष्ट्रपति का स्वागत किसी मंत्री द्वारा किया जाता था जो उन्हें राष्ट्रपति भवन या होटल तक ले जाता था।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के आने के बाद यह बदल गया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां मोदी जी की तारीफ करने के लिए नहीं खड़ा हूं लेकिन नाम लेना ही पड़ेगा।’’

उन्होंने कहा कि अन्य देश में उतरने के बाद भारतीय राष्ट्रपति के साथ उनके वाहन में बैठने का मौका देने के लिए विदेश मंत्रालय को अनुरोध प्राप्त हुए। उन्होंने कहा, ‘‘यह उस वैश्विक पहचान को दर्शाता है जो भारत ने हासिल की है।’’

कोविंद ने राष्ट्र की हाल की उपलब्धियों पर जोर देते हुए कहा कि हाल के वर्षों में भारत ने एयरोस्पेस, रक्षा प्रौद्योगिकी, कूटनीति और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है।

इस समारोह के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई। विजय भटकर, हरजीत सिंह सभरवाल और जसपिंदर नरूला को भी मानद उपाधि दी गई। कोविंद ने अपने-अपने विषयों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 45 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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