दिसंबर में G20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा भारत, दलाई लामा को लेकर चीन की आपत्ति पर भी दिया करारा जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह भी कहा कि पीएम मोदी ने पिछले साल भी दलाई लामा के साथ बात की थी, यह हमारी सरकार की सतत नीति रही है कि उन्हें भारत में अतिथि के रूप में माना जाए। देश में उनके बड़े फॉलोअर्स हैं। उनका जन्मदिन भारत और दुनिया भर में मनाया जाता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची कई मुद्दों को लेकर आज एक संवावदाता सम्मेलम किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत इस साल दिसंबर में G20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा और अगले साल शिखर सम्मेलन के अलावा हमारी अध्यक्षता के दौरान देशभर में विभिन्न स्तरों पर बड़ी संख्या में G20 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इससे साथ ही उन्होंने चीन को भी करारा जबाव दिया है। दरअसल, चीन ने तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा को उनके 87वें जन्मदिन पर बधाई देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि भारत को चीन के आंतरिक मामलों में दखल देने से परहेज करते हुए तिब्बत से जुड़े मुद्दों का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए।
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इसके जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह भी कहा कि पीएम मोदी ने पिछले साल भी दलाई लामा के साथ बात की थी, यह हमारी सरकार की सतत नीति रही है कि उन्हें भारत में अतिथि के रूप में माना जाए। देश में उनके बड़े फॉलोअर्स हैं। उनका जन्मदिन भारत और दुनिया भर में मनाया जाता है। विवो विवाद पर अरिंदम बागची ने कहा कि यहां काम करने वाली कंपनियों को देश के कानून का पालन करने की जरूरत है। हमारे कानूनी अधिकारी देश के कानून के अनुसार कदम उठा रहे हैं। भारत से भागे वीवो निदेशकों पर उन्होंने कहा कि हमें अधिकारियों से जानकारी नहीं मिली है। यह एक कानूनी मुद्दा है, जब भी हमें कुछ मिलेगा और चीन से बात करने की जरूरत है, हमारे पास पारस्परिक सहायता की एक प्रणाली है।
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यूके पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ये आंतरिक घटनाक्रम हैं, हम इस पर कड़ी नजर रख रहे हैं। पीएम मोदी और पीएम जॉनसन की गहरी दोस्ती थी। यूके के साथ हमारी बहुआयामी साझेदारी है और हमें उम्मीद है कि यह जारी रहेगा। हम नेतृत्व परिवर्तन पर टिप्पणी नहीं करेंगे। चीनी विदेश मंत्री से एस जयशंकर की मुलाकात पर उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी के साथ सभी मुद्दों के शीघ्र समाधान और घर्षण क्षेत्रों में प्राप्त विघटन के बारे में बात की। उन्होंने शांति और शांति बहाल करने के लिए पूर्ण विघटन के लिए गति बनाए रखने की आवश्यकता दोहराई।
PM Modi did speak with Dalai Lama last year also, it has been a consistent policy of our govt to treat him as a guest in India. He has large followers in the country. His birthday is celebrated in India & across: MEA Spokesperson Arindam Bagchi pic.twitter.com/M3vDkKRDT9
— ANI (@ANI) July 7, 2022
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