उत्तर प्रदेश में संक्रमण दर 82 प्रतिशत से घटकर 18 प्रतिशत हुई, कुल 58,270 एक्टिव केस
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है।
अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में 3 टी के अन्तर्गत एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट का अभियान चलाया जा रहा है। 3 टी के तहत प्रदेश में टेस्टिंग बढ़ाने, ऑक्सीजन बेडों की संख्या बढ़ाने, आंशिक कर्फ्यू तथा वैक्सीनेशन पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 के टेस्ट की संख्या में निरन्तर बढ़ोत्तरी के साथ-साथ कुल एक्टिव केसों तथा कोविड के प्रतिदिन के मामलों में निरन्तर कमी आ रही है। उन्होंने बताया कि 3 टी, एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, आंशिक कोरोना कर्फ्यू तथा टीकाकरण इन 5 तत्वों से मिलकर आज प्रदेश में संक्रमण दर 82 प्रतिशत से घटकर 18 प्रतिशत रह गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने जो रणनीति अपनाई है उसी का नतीजा है कि जो 3,10,783 से अधिक एक्टिव केस 30 अप्रैल तक थे वो आज घटकर लगभग 58 हजार एक्टिव केस हैं। एक समय में 24 घंटे में 38 हजार से अधिक संक्रमित मामले आ रहे थे वे भी घटकर आज लगभग 3 हजार रह गये हैं। प्रतिदिन आने वाले मामलों में 90 प्रतिशत की कमी आई है। टेस्ट की संख्या बढ़ाये जाने पर भी निरन्तर नये केस में कमी आ रही है। उन्होंने बताया कि कई राज्यों द्वारा टेस्ट की संख्या घटाई गयी है वहीं उत्तर प्रदेश में टेस्ट की संख्या को 2.50 लाख से बढ़ाकर 03 लाख से अधिक किया गया है। प्रदेश में एक समय पर पॉजिटिविटी रेट 22 प्रतिशत थी जो अब घटकर 1 प्रतिशत रह गयी है। प्रदेश में रिकवरी रेट का प्रतिशत भी अब 80 प्रतिशत से बढ़कर अब 95.4 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने बताया कि 01 जून से प्रदेश के सभी जनपदों में 18-44 वर्ष आयु वर्ग वालों का टीकाकरण किया जायेगा।
इसे भी पढ़ें: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा, उत्तर प्रदेश में कोरोना से रिकवरी दर 94 प्रतिशत से अधिक हुई
सहगल ने बताया कि 05 मई से 97 हजार राजस्व गांवों में निगरानी समिति कोरोना संक्रमण की पहचान कर रही हैं तथा मेडिकल किट निःशुल्क बांटी जा रही हैं। निगरानी समितियों के द्वारा गाँव में रहने वाले लोगों से सम्पर्क कर कोविड लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। कोविड लक्षण मिलने वाले लोगों का आरआरटी टीम द्वारा एन्टीजन कोविड टेस्ट किया जा रहा है। यदि लक्षण हैं परन्तु एन्टीजन टेस्ट में निगेटिव आता है तो उनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी किया जा रहा है। जो 1.50 लाख से अधिक आरटीपीसीआर के टेस्ट हुए हैं उनमें से आधे से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों के टेस्ट किये गये हैं। गाँव में संक्रमित लोगों को होम आइसोलेशन में रखने के लिए गाँव में ही पंचायत भवन/स्कूल/सरकारी इमारतों मंे आइसोलेट करके उनका उपचार किया जा रहा है। सहगल ने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी जनपद सिद्धार्थनगर तथा बस्ती के गांव में जाकर स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी 18 मण्डलों के साथ 40 जनपदों में जाकर व्यवस्था की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने आज टीम-9 की समीक्षा बैठक में ब्लैक फंगस पर चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया है कि दवाई की कठिनाई न आने पाये। अगर तुरन्त इंजेक्शन मिलने में कठिनाई आ रही हो तो जो भी वैकल्पिक दवाइयां हों मरीज को उपलब्ध कराई जाय। एक अभियान चलाकर 05 हजार से अधिक पीएचसी, सीएचसी में सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। उन्होंने जन प्रतिनिधियों से अनुरोध किया है कि कोई भी पीएचसी, सीएचसी को गोद लें और उसकी निरन्तर निरीक्षण भी करते रहें। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग से समन्वय करके वहां सुविधाएं उच्चीकृत करते रहें।
इसे भी पढ़ें: Lockdown में कोई भी भूखा न सोए, गोरखपुर में किया जा रहा खाद सामग्री का वितरण
सहगल ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में आॅक्सीजन की समुचित मात्रा उपलब्ध है। लगभग 572 मी0टन आॅक्सीजन की सप्लाई की गयी है। लगभग 400 से अधिक आॅक्सीजन के प्लांट विभिन्न अस्पतालों के लिए, पीएचसी, सीएचसी के लिए स्वीकृत हो चुके हैं और उनमें काम भी शुरू हो गया है। लगभग 55 आॅक्सीजन प्लांट कार्यरत हैं। इनमें अधिकतर ऐसे प्लांट हैं जो कि वातावरण से ऑक्सीजन बनाते हैं। मुख्यमंत्री जी ने यह भी निर्देश दिये हैं कि कम्युनिटी किचन की संख्या बढ़ाई जाय। कल लगभग 45 हजार से अधिक फूड पैकेट बांटे गये। इसकी प्रत्येक शहरों में संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं। सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहँू खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहूं क्रय अभियान में अब तक 07 लाख 28 हजार से अधिक किसानों से 36,39,104.12 मी0 टन गेहूँ खरीदा गया है। कल मुख्यमंत्री जी स्वयं गेहूं क्रय केन्द्रों पर गये थे उन्होंने किसानों से जानकारी ली कि किसी प्रकार की कोई कठिनाई तो नहीं है। मुख्यमंत्री जी ने आयुक्त एवं सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे स्वयं और अपने अधीनस्थों के माध्यम से क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करते रहें ताकि किसानों को कोई कठिनाई न आये। खरीफ की तैयारी के लिए भी कोरोना कफ्र्यू में बीज-खाद की दुकानें खोली गयी हैं, इसके साथ-साथ जो कृषि संयत्र की मरम्मत करते हैं उनकी दुकानों को भी खोला गया है।
इसे भी पढ़ें: योगी मंत्रिमंडल का होगा विस्तार? मध्य प्रदेश का कार्यक्रम निरस्त करके लखनऊ पहुंचीं राज्यपाल
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 3,47,821 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में अब तक कुल 4,80,68,329 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 3,278 नये मामले आये हैं तथा 6,995 लोग कोविड-19 से ठीक हुए हैं। अब तक 16,05,696 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 58,270 एक्टिव मामले हैं। उन्होंने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही है। प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,87,353 क्षेत्रों में 6,36,550 टीम दिवस के माध्यम से 3,55,01,259 घरों के 17,07,72,788 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रसाद ने बताया कि 01 जून, 2021 से 23 जनपदों में चल रहे 18-44 वर्ष के आयुवर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन को प्रदेश के सभी जनपदों में प्रारम्भ किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में 1,36,81,405 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज तथा 33,93,753 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। अब तक कुल 1,70,74,158 डोजें लगायी गयी हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि जिन लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली वो समय आने पर वैक्सीन की दूसरी डोज भी अवश्य लगवाये। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें।
अन्य न्यूज़