एक करोड़ रुपये से अधिक के उपकरण खरीदेगी यूपी पुलिस, सुरक्षा में इस्तेमाल होंगे 91 नये अत्याधुनिक उपकरण

art equipment will be used for security
प्रतिरूप फोटो
ANI

विभिन्न आतंकी समूहों सहित कई राष्ट्रविरोधी ताकतों की ओर से संभावित खतरों को देखते हुए महकमा हर स्तर पर मुख्यमंत्री के सुरक्षा घेरे को लगातार मजबूत करता रहता है। बता दें कि सीएम योगी को जेड प्लस श्रेणी और एनसजी कमांडो का कवर प्राप्त है। वहीं प्रदेश पुलिस के जांबाज जवानों का दस्ता भी उनकी सुरक्षा में हर वक्त तैनात रहता है।

लखनऊ। यूपी पुलिस देशभर में करोड़ों लोगों के चहेते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने जा रही है। इसके लिए महकमा 1 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के अत्याधुनिक उपकरण खरीदने की तैयारी कर रहा है। विभिन्न आतंकी समूहों सहित कई राष्ट्रविरोधी ताकतों की ओर से संभावित खतरों को देखते हुए महकमा हर स्तर पर मुख्यमंत्री के सुरक्षा घेरे को लगातार मजबूत करता रहता है। बता दें कि सीएम योगी को जेड प्लस श्रेणी और एनसजी कमांडो का कवर प्राप्त है। वहीं प्रदेश पुलिस के जांबाज जवानों का दस्ता भी उनकी सुरक्षा में हर वक्त तैनात रहता है। 

1.02 करोड़ रुपए के 91 उपकरण खरीदेगी यूपी पुलिस 

पुलिस विभाग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विभिन्न जिलों में दौरों के वक्त उनकी सुरक्षा के स्तर को और मजबूत बनाने की तैयारी कर रहा है। इसमें ड्रोन, बॉडीवॉर्न कैमरा, ड्रेसकैम और नाइट विजन की अतिरिक्त खेप को भी सीएम की सुरक्षा व्यवस्था में जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री के साथ ही राज्यपाल की सुरक्षा को भी पुख्ता बनाया जाना है। इस संबंध में शासन की ओर से एडीजी हेडक्वार्टर को जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित अन्य अतिविशिष्ट और विशिष्ट महानुभावों के प्रदेश भ्रमण, रैलियों, धार्मिक स्थलों, कुंभ मेला सहित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 1 करोड़ 2 लाख 20 हजार रुपए के 91 उपकरणों की खरीद की जानी है। 

इन उपकरणों को खरीदेगी यूपी पुलिस 

प्रदेश के पुलिस महकमे की ओर से तीन अत्याधुनिक ड्रोन कैमरों की खरीद की जानी है, जिसकी कुल कीमत 42 लाख रुपए है। इसके अलावा 50 बॉडीवॉर्न कैमरा की कुल कीमत 25 लाख है। वहीं 34 ड्रेसकैम की कीमत 6 लाख 80 हजार है, जबकि 4 नाइट विजन की कीमत 28 लाख 40 हजार रुपए आंकी गई है। ये सभी कीमतें या तो पूर्व खरीद के आधार पर अथवा जैम पोर्टल के आधार पर तय की गई हैं। गृह विभाग की ओर से पुलिस महकमे के तकनीकि दक्ष अधिकारियों को सभी उपकरणों की गुणवत्ता जांचने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये उपकरण, जिलों में दौरे के वक्त सीएम और राज्यपाल की सुरक्षा में तैनात कर्मियों और फ्लीट के वाहनों से अटैच की जाएंगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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