कंगाल पाकिस्तान को इमरान खान ने कर डाला था और बदहाल, घर से दफ्तर जाने में ही फूंक दिए इतने करोड़ रुपए
पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि उनके पास इस बात के पक्के दस्तावेज भी मौजूद है। हालांकि यह बात भी सच है कि सत्ता में आने के कुछ ही दिनों बाद इमरान खान को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, जब उन्होंने रोजाना आने जाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करना शुरू किया था।
हाल में पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार चली गई। पाकिस्तान में शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री बने हैं। इन सबके बीच पाकिस्तान के नए वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने इमरान खान को लेकर बड़ा खुलासा किया है। पाकिस्तान के नए वित्त मंत्री के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने हेलीकॉप्टर के जरिए घर से दफ्तर पहुंचने के लिए राष्ट्रीय खजाने से 3 साल 8 महीने में 55 करोड़ रुपये खर्च कर दिए है। दावा किया गया है कि इमरान खान सत्ता में रहने के दौरान हर दिन अपने दफ्तर जाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते थे और सरकारी खजाने का पैसा हेलीकॉप्टर में खपत होने वाले ईंधन पर खर्च किया जाता था।
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इसके साथ ही पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि उनके पास इस बात के पक्के दस्तावेज भी मौजूद है। हालांकि यह बात भी सच है कि सत्ता में आने के कुछ ही दिनों बाद इमरान खान को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, जब उन्होंने रोजाना आने जाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करना शुरू किया था। उस समय इमरान खान के बेहद करीबी और सूचना मंत्री रहे आवाज चौधरी ने दावा किया था कि इसकी लागत सिर्फ 55 रुपये प्रति किलोमीटर रहेगी। लेकिन अब जो वित्त मंत्री दावा कर रहे हैं उसके मुताबिक इमरान खान ने घर से दफ्तर पहुंचने के लिए सरकारी खजाने से मोटी रकम को खर्च किया है। इसके साथ ही सरकार का दावा है कि पूर्वर्ती पीटीआई सरकार ने बिजली क्षेत्र में 2500 अरब रुपए का भारी सर्कुलर कर्ज छोड़ा है।
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इमरान ने प्रधानमंत्री पद गंवाने के लिए पाक सेना को जिम्मेदार ठहराया
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए आरोप लगाया है कि ‘गलत कृत्यों’ में शामिल शक्तिशाली प्रतिष्ठान के ‘कुछ तत्व’ उनके सत्ता से बेदखल होने के लिए जिम्मेदार थे। विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने के बाद 10 अप्रैल को प्रधानमंत्री पद गंवाने वाले इमरान ने पाक सेना का समर्थन उस समय खो दिया था, जब उन्होंने बीते साल खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख की नियुक्ति को समर्थन देने से इनकार कर दिया था। हालांकि, वह अंत में इसके लिए तैयार हो गए, लेकिन तब तक सेना से उनके संबंध बिगड़ चुके थे।
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