हैदराबाद : धनशोधन मामले में ईडी ने छापेमारी की

मधुरा नगर थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, 32 वर्षीय एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर नक्का विष्णु वर्धन ने गुप्ता और उनकी कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। यह रियल एस्टेट कंपनी हैदराबाद के वेंगल राव नगर में स्थित है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कथित रियल एस्टेट धोखाधड़ी से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के तहत हैदराबाद में कई स्थानों पर छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। यह कार्रवाई सुराणा समूह और साई सूर्या डेवलपर्स के खिलाफ की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीमों ने सिकंदराबाद, जुबली हिल्स और बोवेनपल्ली स्थित परिसरों पर छापे मारे हैं। धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत यह जांच उन आरोपों से जुड़ी है, जिनमें कहा गया है कि इन रियल एस्टेट कंपनियों ने समय पर अपनी परियोजनाओं को क्रेताओं को नहीं दिया।
सूत्रों ने बताया कि साई सूर्या डेवलपर्स के मालिक कंचरला सतीश चंद्र गुप्ता के खिलाफ ग्रीन मीडोज नामक परियोजना में कथित चूक को लेकर पुलिस जांच भी चल रही है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के ब्रांड एंबेसडर अभिनेता महेश बाबू थे, लेकिन उनके खिलाफ फिलहाल कोई आरोप नहीं है।
मधुरा नगर थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, 32 वर्षीय एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर नक्का विष्णु वर्धन ने गुप्ता और उनकी कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। यह रियल एस्टेट कंपनी हैदराबाद के वेंगल राव नगर में स्थित है।
शिकायत के अनुसार, नक्का विष्णु वर्धन समेत कई अन्य निवेशकों ने अप्रैल 2021 में ग्रीन मीडोज परियोजना में तीन करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया था। अन्य निवेशकों में डॉ. सुधाकर राव, श्रीकाकुलम विट्टल महेश, राजेश, श्रीनाथ, के. हरीश, कोटला शशांक, रवि कुमार, के. प्रभावती, वेंकट राव और कृष्ण मोहन शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, सुराणा समूह की भी इस मामले में जांच की जा रही है।
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