हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने की अपने अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक की रिहाई की मांग
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने अपने अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक की रिहाई की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उनके मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता का पिछले दो वर्षों से पूरी तरह से हनन हो रहा है।
श्रीनगर। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने अपने अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक की रिहाई की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उनके मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता का पिछले दो वर्षों से पूरी तरह से हनन हो रहा है। हुर्रियत नेता बिलाल लोन के आवास पर हुर्रियत कॉन्फ्रेंस की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद मीरवाइज की रिहाई की मांग की गई। अलगाववादी संगठन ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी सदस्य प्रशासन द्वारा अवैध रूप से मीरवाइज को उनके घर में नजरबंद करने का विरोध करते हुए तत्काल उनकी रिहाई की मांग करते हैं।’’
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हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने दुनिया के सभी मानवाधिकार और अधिकार संगठनों के अलावा लोकतांत्रिक देशों तथा विभिन्न संगठनों से अपील की है कि वे सभी मिलकर मीरवाइज की रिहाई तथा उनके अधिकारों की बहाली सुनिश्चित करें। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने कहा कि उसके कार्यकारी सदस्य प्रोफेसर अब्दुल गनी भट, बिलाल लोन और मसरूर अब्बास अंसारी मीरवाइज से मिलने के लिए उनके घर पर गए थे, लेकिन उन्हें घर के भीतर जाने की अनुमति नहीं दी गयी।
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गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त करने तथा उसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के केन्द्र सरकार के पांच अगस्त 2019 के फैसले के बाद से ही मीरवाइज को उनकेघर में नजरबंद कर रखा गया है।
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