हिजाब विवाद: अल्लाह हू अकबर चिल्लाने वाली छात्रा मुस्कान, जिसके वीडियो को मिल रहा है पाकिस्तान में भी समर्थन
वीडियो में अल्लाह हू अकबर कहने वाली छात्रा को पाकिस्तान में भी खूब समर्थन मिल रहा है। पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी पीटीआई ने वीडियो ट्वीट कर लिखा है- बहादुरी की मिसाल!अल्लाह हू अकबर। मोदी राज में भारत में बस तबाही हो रही है।
कर्नाटक में हिजाब पहनने के अधिकार को लेकर मामला गरमाया हुआ है। इसी बीच मंगलवार को एक वायरल वीडियो सामने आने के बाद इस मामले पर सियासत और भी गरमा गई है और लगातार नेताओं की ओर से आ रही प्रतिक्रियाओं को देखा और पढ़ा जा रहा है। पहली बात वायरल वीडियो की कर लेते हैं इस वीडियो में दिखता है कि मांड्या जिले के एक प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज में हिजाब पहने एक छात्रा अपनी बाइक पार्क कर क्लास की ओर जाने लगती है तभी एक भीड़ उसके पीछे लग जाती है। भगवा गमछा पहनें उग्र नारेबाजी करते लोग जय श्रीराम के नारे लगाते हुए छात्रा की ओर बढ़ते हैं जिसके बाद वह भी जवाब में भीड़ की ओर पलट कर अल्लाह हू अकबर का नारा लगाने लगती है।
कौन है अल्लाह हू अकबर का नारा लगाने वाली छात्रा
मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक उग्र नाररे लगाती भीड़ के सामने हिम्मत के साथ डटी रही छात्रा का नाम मुस्कान है। मुस्कान बेंगलुरु मैसूर हाईवे पर स्थित पीईएस कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स साइंस एंड कॉमर्स में द्वितीय वर्ष में पढ़ती है।
पूरी घटना के बारे में लड़की ने क्या बताया
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से मुस्कान ने बताया मैं असाइनमेंट जमा करने जा रही थी, मेरे कॉलेज में घुसने से पहले ही कुछ छात्राओं को हिजाब पहनने के कारण परेशान किया गया था, वो रो रही थीं। मैं यहां पढ़ने आती हूं, मेरा कॉलेज मुझे यह कपड़े पहनने की अनुमति देता है। भीड़ में सिर्फ 10% छात्र मेरे कॉलेज के लोग थे, बाकी सब बाहरी लोग थे। उनके बर्ताव ने मुझे परेशान किया और मैंने उसका जवाब दिया।
मुस्कान ने कहा उन्हें कॉलेज के प्रिंसिपल और अन्य कर्मचारियों के अलावा उनके हिंदू दोस्तों का भी समर्थन मिला। उन्होंने कहा मेरे कॉलेज प्रशासन और प्रिंसिपल ने कभी बुर्का पहनने से नहीं रोका। बाहरी लोग आकर हम पर दबाव बना रहे हैं, हमें रोकने वाले यह लोग कौन हैं? हमें इनकी बात क्यों सुननी चाहिए।
मुस्कान ने एनडीटीवी चैनल को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में बताया मैं जब कॉलेज गई तो वह मुझे भी अंदर नहीं जाने दे रहे थे क्योंकि मैंने बुर्का पहना हुआ था। किसी तरह मैं अंदर आ गई जिसके बाद वो जय श्रीराम के नारे लगाने लगे। तो मैंने भी अल्लाह हू अकबर चिल्लाना शुरू कर दिया।
मामले पर शुरू हुई सियासत
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लगातार प्रतिक्रिया देखी जा रही है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने हिजाब विवाद को लेकर ट्वीट किया, बिकिनी हो, घुंघट हो, जींस हो या फिर हिजाब महिलाओं की मर्जी है कि वे अपनी पसंद के कपड़े पहनें प्रियंका ने आगे लिखा यह अधिकार महिलाओं को भारत के संविधान ने दिया है। महिलाओं को सताना बंद करें।
एमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्कान और उनके पिता से बात की है और ट्वीट कर लिखा है- मांड्या PES कॉलेज कर्नाटक की वह बहादुर हिजाबी लड़की बीबी मुस्कान जिसने हिंदुत्व शरपसंदो का डटकर मुकाबला किया। मैंने मुस्कान और उनके वालिद साहब से बात की और मुस्कान की हिम्मत और जसारत की दाद दी, हौसला अफजाई की और कहा मुस्कान की बेबाकी को देखकर हमें भी हौसला मिला।ओवैसी ने मंगलवार को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कहा था मैं सलाम करता हूं इस बेटी की बहादुरी को सलाम करता हूं उस बच्ची के मां-बाप को जिन्होंने इस बेटी को इतना बहादुर बनाया।
भीम आर्मी के प्रमुख और दलित राजनेता चंद्रशेखर आजाद ने लिखा कर्नाटक में बीवी मुस्कान नाम की बहादुर बहन के साथ जो हुआ है उसने भाजपा के सुशासन की पोल खोल कर रख दी। भाजपा सरकार अपने संरक्षण में गुंडे पालती है, उन गुंडों का इस्तेमाल हिंसा में करती है। जन सरोकार के हर एक मुद्दे पर विफल रही भाजपा अब ऐसे मुद्दों को हवा दे रही है।
आलोचना
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजीव वर्मा ने अल्लाह हू अकबर का नारा लगाने वाली छात्रा को एक कट्टरपंथी और गुमराह लड़की बताया है। संजू वर्मा ने ट्वीट किया, अल्लाह हू अकबर के नारे लगाने वाले उस गुमराह और कट्टरपंथी लड़की ने बहादुरी वाला कोई काम नहीं किया। ज्यादातर इस्लामिक देशों ने भी हिजाब पर रोक लगा दी है। जो लोग #Hijab Our Right को ट्रेंड करवा रहे हैं, उन्हें अगर 18वीं सदी की मानसिकता में रहने का शौक है तो मदरसा चले जाएं।
विश्व हिंदू परिषद ने कर्नाटक में हिजाब मामले पर जारी विवाद पर चेतावनी देते हुए कहा कि हिजाब की आड़ में अराजकता से बाज आएं जिहादी व उनके पैरोकर। वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि कर्नाटक के उडुपी से शुरू हुआ विवाद दरअसल हिजाब की आड़ में जिहादी अराजकता फैलाने का षड्यंत्र है।
पाकिस्तान में भी प्रतिक्रिया
वीडियो में अल्लाह हू अकबर कहने वाली छात्रा को पाकिस्तान में भी खूब समर्थन मिल रहा है। पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी पीटीआई ने वीडियो ट्वीट कर लिखा है- बहादुरी की मिसाल!अल्लाह हू अकबर। मोदी राज में भारत में बस तबाही हो रही है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी ट्वीट कर कहा है मुसलमान लड़कियों को शिक्षा से वंचित रखना मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। इस मौलिक अधिकार से किसी को वंचित करना और हिजाब पहनने पर आतंकित करना पूरी तरह दमनकारी है। दुनिया को यह समझना चाहिए कि यह मुसलमानों की घेटो ( एक समुदाय की तंग बस्ती) मेरे हनी को मजबूर करने के भारत की योजना का हिस्सा है।
वहीं इमरान खान सरकार में एक मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने ट्वीट कर कहा मोदी के भारत में जो हो रहा है वह भयानक है। हिस्ट्री नेतृत्व में भारतीय समाज का तेजी से पतन हो रहा है। किसी अन्य कपड़े की तरह हिजाब पहनना भी निजी पसंद है जो विकल्प हर नागरिक को मिलना चाहिए।
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के राजनीतिक सलाहकार और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के प्रवक्ता रह चुके हसन हक्कानी ने भी इस वायरल वीडियो को शेयर किया है।भारत के राजदूत रह चुके हक्कानी ने साथ ही लिखा है, जब 9-11 की घटना के बाद अमेरिका में हिजाब लगाने वाली मुस्लिम लड़कियों को परेशान किया गया तो राष्ट्रपति बुश ने कहा था यह अमेरिका की भावना नहीं है। शायद नरेंद्र मोदी को भी भारत भर में होती है ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए खुलकर कुछ बोलना चाहिए। यह कहीं से भी सही नहीं है।
भारत में रह रही बांग्लादेश की जानी-मानी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने कर्नाटक के कॉलेज में हिजाब पहने छात्रा के वायरल वीडियो की तुलना खूंखार चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट से कर दी। उन्होंने लिखा अल्लाह हू अकबर की आवाज मुझे आईएसआईएस के सिर काटने वाले वीडियो की याद दिलाती है।
हिजाब विवाद
हिजाब पहनने का मामला सुर्खियों में तब आया जब कर्नाटक में उडुपी के फ्री यूनिवर्सिटी गवर्नमेंट कॉलेज की करीब आधा दर्जन छात्राओं ने तेजाब उतारने से इनकार कर दिया। दूसरे वर्ष के इन छात्राओं ने हिजाब उतारकर क्लास में बैठने की अपीलों को खारिज कर दिया। इन छात्राओं की बात प्रशासन ने नहीं मानी तो इन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामला तब और बढ़ गया जब ऑडियो पीके कॉलेज में लड़कियों के हिजाब के जवाब में कुछ छात्र भगवा शॉल पहन कर चले आए थे। इसके बाद लड़कियों ने भी भगवा शॉल पहनकर जुलूस की शक्ल में एक प्राइवेट कॉलेज में दाखिल होने की कोशिश की। मामला बढ़ता गया और राजनीतिक पार्टियां भी इस विवाद में अपना सियासी मतलब साधने के लिए कूद पड़ीं। हिजाब पहनने से रोके जाने पर छात्राओं ने कर्नाटक हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। उनका कहना है कि हिजाब पहनना उनका संविधानिक अधिकार है। उन्हें इसे रोका नहीं जा सकता।
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