हेमंत विवादित बयान के लिए हिन्दू समाज से माफी मांगें : स्वामी दिव्यज्ञान
स्वामी दिव्यज्ञान ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में कहा, ‘‘ गेरुआ अथवा भगवा वस्त्र त्याग का प्रतीक है और हिंदुओं की धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हेमंत सोरेन के इस बयान से सम्पूर्ण हिन्दू समाज की आस्था को ठेस पहुंची हैं।’’
पाकुड़। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमन्त सोरेन के गेरुआ वस्त्र को लेकर दिये गये विवादित बयान पर झारखंड के साधु समाज ने आपत्ति जतायी है और उनसे तत्काल माफी की मांग की है। झारखंड साधु समाज के संगठन मंत्री स्वामी दिव्यज्ञान जी महाराज ने सोरेन के बयान की निंदा करते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की। इस मौके पर साफाहोड़ समाज के गुरु बाबा सांझला मुर्मू तथा प्रधान किस्कू भी मौजूद थे।
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स्वामी दिव्यज्ञान ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में कहा, ‘‘ गेरुआ अथवा भगवा वस्त्र त्याग का प्रतीक है और हिंदुओं की धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हेमंत सोरेन के इस बयान से सम्पूर्ण हिन्दू समाज की आस्था को ठेस पहुंची हैं।’’ स्वामी दिव्यज्ञान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की गोद में बैठे सोरेन ने समुदाय विशेष को खुश कर वोट हासिल करने के इरादे से यह बयान देकर हिंदुओं की भावनाओं को चोट पहुंचाई है।
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उन्होंने सोरेन के बयान के समय मंच पर मौजूद रहे कांग्रेस नेताओं की कथित चुप्पी पर भी सवाल उठाया। वहीं साफाहोड़ समाज के सांझला मुर्मू ने कहा कि झामुमो नेता सोरेन का बयान जनजातीय समाज के लोगों व संस्कृति के खिलाफ है। उनके बयान से सम्पूर्ण होड़ समाज भी शर्मिंदा है। साफाहोड़ समाज के ही प्रधान किस्कू ने कहा कि हम बहुसंख्यक ही नहीं सहिष्णु भी हैं और ऐसे सहिष्णु समाज की भावनाओं और उसके आदर्शों को लांछित करने वाले नेताओं व दलों को हम सबक सिखाकर ही रहेंगे।
उन्होंने चुनाव आयोग से सोरेन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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