उत्तर भारत में आंगनवाड़ी वर्कर्स को सर्वाधिक वेतन और सुविधाएं दे रही है हरियाणा सरकार
हरियाणा में वर्ष 2014 में आंगनवाड़ी वर्कर को 7500 रुपए और आंगनवाड़ी हेल्पर को 3500 रुपए बतौर मानदेय मिलता था जो कि अब लगभग दोगुना हो चुका है। हरियाणा सरकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को प्रति मास 12661 रुपए, मिनी आंगनवाड़ी वर्कर को 11401 रु व सहायिका को 6781 रुपए मानदेय दे रही है।
चंडीगढ़ । मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार सभी वर्गों के कल्याण के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रही है। सरकार ने समय-समय पर आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया है और उनकी सभी मांगों को पूरा किया है। सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने हिस्से के मानदेय में सर्वाधिक 9961 रुपये का मासिक योगदान दे रहा है जबकि इसमें केंद्र का हिस्सा 2700 रुपए है। यह योजना केन्द्र व राज्य सरकारों की 60:40 भागीदारी पर चलाई जा रही है।
गौर करने वाली बात है कि हरियाणा में वर्ष 2014 में आंगनवाड़ी वर्कर को 7500 रुपए और आंगनवाड़ी हेल्पर को 3500 रुपए बतौर मानदेय मिलता था जो कि अब लगभग दोगुना हो चुका है। हरियाणा सरकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को प्रति मास 12661 रुपए, मिनी आंगनवाड़ी वर्कर को 11401 रु व सहायिका को 6781 रुपए मानदेय दे रही है। यह मानदेय केंद्र के शेयर को मिलाकर है। हरियाणा सरकार द्वारा आंगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर को जो मानदेय दिया जा रहा है वह उत्तर भारत के राज्यों में सर्वाधिक व देशभर में दूसरे स्थान पर है।
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प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा की अपेक्षा तमिलनाडु में आंगनवाड़ी वर्कर को 12200 रुपए, छत्तीसगढ़ में 6500 रुपए, मध्यप्रदेश में 10 हजार रुपए, पश्चिम बंगाल में 8250 और पंजाब में 9500 रुपए मानदेय दिया जा रहा है जो कि हरियाणा से काफी कम है। इसी तरह मिनी आंगनवाड़ी वर्कर को हरियाणा में 11401 रुपए मानदेय दिया जा रहा है। जबकि तमिलनाडु में 9400 रुपए, तेलंगाना में 7800 रुपए, छत्तीसगढ़ में 4500 रुपए, मध्यप्रदेश में 5750 रुपए और पंजाब में 6300 रुपए मानदेय दिया जा रहा है। आंगनवाड़ी हेल्पर की बात करें तो हरियाणा में आंगनवाड़ी हेल्पर को 6781 रुपए मानदेय दिया जा रहा है। हरियाणा की तुलना में छत्तीसगढ़ में आंगनवाड़ी हेल्पर को 3250 रुपए, मध्यप्रदेश में 5000 रुपए, पश्चिम बंगाल में 4800 रुपए और पंजाब में 5000 रुपए मानदेय दिया जा रहा है। इन आंकड़ों से जाहिर हो रहा है कि हरियाणा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को अन्य राज्यों की अपेक्षा ज्यादा वेतन और सुविधाएं मिल रही हैं।
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प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा सरकार ने पिछले दिनों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनवाड़ी सहायिकाओं के हक में कई घोषणाएं भी की हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृति पर 1 लाख रुपए तथा आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 50 हजार रुपए की राशि प्रदान करने की घोषणा की गई है। इसके अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को दुर्घटना होने उपरांत 2 लाख रुपए की राशि प्रदान करने की घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा की गई है। वहीं जो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 10 वर्ष से अधिक सेवा का अनुभव रखती है उन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को वरिष्ठता एवं लिखित परीक्षा के आधार पर पॉलिसी के अनुसार पदोन्नत करने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही, कोविड 19 महामारी के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं द्वारा पूर्व में की गई ड्यूटी के लिए 1000 रुपए की एक मुश्त राशि प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान करने की मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की गई है। हरियाणा सरकार द्वारा किसी आंगनवाड़ी वर्कर की छंटनी नहीं की जा रही है। साथ ही आईसीडीएस के निजीकरण की भी कोई योजना नहीं है।
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