सरकार और पार्टी लीडरशिप मिलकर करेगी काम, अमरिंदर सिंह बोले- 93 फीसदी वादे हो चुके हैं पूरे
आगामी विधान सभा मतदान से पहले रोड शो करने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि कोविड-19 के चलते अभी तक ऐसी कोई योजना नहीं परन्तु यह वायरस अब काबू में है। हालाँकि उन्होंने कहा कि वह इस सम्बन्धी डाक्टरी माहिरों की सलाह अनुसार कार्यवाही करेंगे।
संगरूर। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने यहां स्पष्ट किया कि उनकी सरकार और पार्टी लीडरशिप आने वाली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत को पक्का करने के लिए मिलकर काम करेंगी। कैबिनेट में तुरंत फेरबदल की किसी भी संभावना को रद्द करते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि वह अपने दिल्ली दौरे के दौरान इस मुद्दे को पार्टी हाईकमान के साथ ज़रूर विचारेंगे। सुनाम ऊधम सिंह वाला में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय पर पार्टी की स्थिति बेहतर है और मतदान तक इसको और मज़बूत किया जायेगा।
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आगामी विधान सभा मतदान से पहले रोड शो करने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के चलते अभी तक ऐसी कोई योजना नहीं परन्तु यह वायरस अब काबू में है। हालाँकि उन्होंने कहा कि वह इस सम्बन्धी डाक्टरी माहिरों की सलाह अनुसार कार्यवाही करेंगे। कांग्रेस पार्टी में सत्ता के दो केंद्र होने संबंधी सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है क्योंकि नवजोत सिंह सिद्धू प्रदेश कांग्रेस के प्रधान के तौर पर और वह मुख्यमंत्री के तौर पर दो अलग-अलग जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि वह भी तीन बार प्रदेश कांग्रेस प्रधान रहे हैं और पार्टी प्रधान की जिम्मेदारियों से भली-भाँति अवगत हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार और पार्टी दो अलग-अलग संस्थाएं हैं जिनकी अपनी भूमिकाएं हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रधान के ताजपोशी समागम के दौरान नवजोत सिद्धू की तरफ से अपने संबोधन में मुख्यमंत्री, राहुल या प्रियंका गांधी के नाम का जि़क्र न किये जाने संबंधी पूछने पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह शायद ही कोई मुद्दा है और उनको इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। सिद्धू की तरफ से पार्टी नेताओं और विधायकों के साथ लगातार मीटिंगों के बारे पूछे एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी प्रधान का फ़र्ज बनता है कि वह पार्टी के ढांचे को मज़बूत करे, जोकि पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ नजदीकी तालमेल रख कर ही संभव हो सकता है।उन्होंने कहा कि पार्टी और सरकार को एक टीम के तौर पर काम करना चाहिए क्योंकि विधान सभा मतदान में सिर्फ़ छह महीने बाकी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों की इच्छाओं पर खरा उतरने का यत्न करेगी जब कि पार्टी प्रधान का फ़जऱ् बनता है कि वह पार्टी को राजनैतिक क्षेत्र में आगे लेकर जाएं। आगामी विधान सभा मतदान की रूप -रेखा संबंधी पूछे जाने पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने चुनाव घोषणा-पत्र में किये गए चुनावी वायदों में से 93 प्रतिशत वायदे पूरे कर दिए हैं और जल्दी ही यह 95 फीसद तक हो जाएंगे।इसे भी पढ़ें: पंजाब CM ने विद्युत कंपनियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया, पीपीए को रद्द करने का दिया आदेश
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार से पहले आंध्रा प्रदेश में चंद्र बाबू नायडू की सरकार ने 83 फीसद चुनावी वायदों को पूरा करके रिकार्ड कायम किया था। उन्होंने कहा कि बाकी बचे वायदों में से 5 प्रतिशत सिर्फ़ जीएसटी प्रणाली के कारण रहते हैं क्योंकि जब उनकी पार्टी ने घोषणा-पत्र तैयार किया था तो तब वैट प्रणाली थी न कि जी.एस.टी. प्रणाली। खड़गे कमेटी की तरफ से दिए 18 सूत्रीय एजंडे के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सम्बन्ध में कुछ भ्रामक स्थिति थी क्योंकि उनकी सरकार ने पहले ही इस एजंडे के कई नुक्तों को लागू कर दिया है और बाकी भी जल्द ही पूरे हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहले ही सोनिया गांधी और खड़गे को मीटिंग में इस संबंधी बता चुके हैं।
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