गोरखपुर में बनेगा UP का 5वां सैनिक स्कूल, मानदेय पर होगी संस्कृत शिक्षकों की भर्ती
संस्कृत भाषा के उत्थान और संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए योगी सरकार ने यह अहम निर्णय लिया है। अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों एवं राजकीय संस्कृत विद्यालयों में मानदेय पर संस्कृत शिक्षकों की भर्तियां की जाएगी।
गोरखपुर।उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल के नौजवान बड़ी संख्या में सेना और अर्द्धसैनिक बलों में भर्ती होकर पूरी शिद्दत और बहादुरी से देश की सुरक्षा में लगे हैं। उन्हें बेहतर तालीम मिले तो इनमें से कई अफसर बनकर अपने बल की बागडोर भी बखूबी थाम सकते हैं। ऐसी ही सैन्य तालीम दिलाने का अवसर प्रदान करने जा रहे हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। वह गोरखपुर सैनिक स्कूल के जरिये समूचे पूर्वांचल के युवाओं को एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं।गोरखपुर खाद कारखाना परिसर में मुख्यमंत्री ने कल अपराह्न 3 बजे शिलान्यास किया। शिलान्यास कार्यक्रम में डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा भी उपस्थित रहे।
वहीं यूपी में मानदेय पर संस्कृत शिक्षकों की बड़ी संख्या में भर्तियां की जाएंगी। संस्कृत भाषा के उत्थान और संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए योगी सरकार ने यह अहम निर्णय लिया है। अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों एवं राजकीय संस्कृत विद्यालयों में मानदेय पर संस्कृत शिक्षकों की भर्तियां की जाएगी।
पूर्व मध्यमा स्तर के शिक्षण कार्य के लिए 12,000 रुपये प्रतिमाह चयनित शिक्षकों को दिया जाएगा। वहीं उत्तर मध्यमा स्तर के शिक्षण कार्य के 15,000 रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा।शैक्षिक सत्र 2021-22 एवं 2022-23 (ग्रीष्मावकाश की अवधि को छोड़कर) के लिए इन शिक्षकों की भर्तियां की जाएगी।
इन पदों के लिए अभ्यर्थियों का इंटरव्यू संस्कृत भाषा में ही होगा। संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने प्रतिबद्धता दिखाई है। संस्कृत के पठन-पाठन की व्यवस्था सुचारू करने के लिए योगी सरकार ने यह निर्णय लिया है।
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