दिल्ली में वायु प्रदूषण पर बोले गोपाल राय, जिम्मेदारी से भाग रहा केंद्र, अपने स्तर पर हर कदम उठा रही AAP सरकार
आप नेता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को प्रदूषण से संबंधित चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में विशेष कार्यबल बनाने का निर्देश दिया गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर सियासत भी तेज है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भाजपा पर वार किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के गंभीर होने के चलते चिकित्सा आपातस्थिति पैदा हो गयी है लेकिन भाजपा नीत केंद्र अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है। राय ने कहा कि धुंध को बस कृत्रिम वर्षा या हवा से दूर किया जा सकता है, केंद्र ने इस पर दिल्ली सरकार के अनुरोध पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। गोपाल राय ने आरोप लगाया कि केंद्र ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए।
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आप नेता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को प्रदूषण से संबंधित चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में विशेष कार्यबल बनाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों से 10वीं और 12 वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों के बीच मास्क बांटने को कहा गया है। सम-विषम योजना के बारे में पूछे जाने पर गोपाल राय ने कहा कि सरकार दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठायेगी।
उन्होंने कहा कि अपने स्तर पर, दिल्ली सरकार हर संभव कदम उठा रही है। हमने सभी अधिकारियों को GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) IV दिशानिर्देशों का कड़ाई से कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मैं मांग करता हूं कि केंद्र सरकार आपातकालीन उपाय करे ताकि पूरा उत्तर भारत इस स्थिति से बचिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एनसीआर क्षेत्र के सभी राज्यों को 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए सभी भौतिक कक्षाएं बंद करने के लिए तत्काल निर्णय लेना चाहिए।
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न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के निर्देश देने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी। अदालत ने राष्ट्रीय राजधानी में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत प्रदूषण विरोधी प्रतिबंधों को लागू करने में देरी के लिए दिल्ली सरकार और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) को कड़ी फटकार लगाई। विशेष रूप से दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक सोमवार को बढ़कर 486 हो गया, जो इस मौसम का सबसे खराब स्तर है और लगातार दूसरे दिन गंभीर प्लस श्रेणी में बना हुआ है।
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