सेना प्रमुख को मिली नई जिम्मेदारी, CDS नहीं COSC चेयरमैन बने जनरल नरवणे
तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी वाली कमेटी के चेयरमैन की ये पोस्ट जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से खाली पड़ी थी। जनरल नरवणे को तीनों सेनाओं के प्रमुखों में सबसे सीनियर होने के चलते सीओएससी चेयरमैन बनाया गया है। इससे उनके अगले सीडीएस बनने का दावा और ज्यादा मजबूत हो गया है।
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को देश का नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाए जाने की अटकलों के बीच उन्हें चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी वाली कमेटी के चेयरमैन की ये पोस्ट जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से खाली पड़ी थी। हालांकि जनरल नरवणे की नियुक्ति की रक्षा मंत्रालय ने अभी तक औपचारिक पुष्टि नहीं की है। लेकिन हिन्दुस्तान टाइम्स ने अनुसार जनरल नरवणे की नियुक्ति की बात अपने रिपोर्ट में की है। सूत्रों ने ये भी कहा कि नए सीडीएस को लेकर अभी चर्चा नहीं हुई है। लेकिन जनरल नरवणे को तीनों सेनाओं के प्रमुखों में सबसे सीनियर होने के चलते सीओएससी चेयरमैन बनाया गया है। इससे उनके अगले सीडीएस बनने का दावा और ज्यादा मजबूत हो गया है।
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क्या है सीओएससी और कैसे होती है चेयरमैन की नियुक्ति
सीओएससी तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी वाली कमेटी है जो तीनों सेनाओं के बीच ऑपरेशन और दूसरे मुद्दों को लेकर कॉर्डिनेशन बनाए रखने का काम करती है। जनरल नरवणे को उसी पुरानी परंपरा के तहत सीओएससी चेयरमैन बनाया गया। जो सीडीएस का पद बनाए जाने से पहले लागू थी। इस परंपरा के तहत तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे सीनियर अधिकारी को सीओएससी चेयरमैन नियुक्त किया जाता है। सेना के तीनो प्रमुख अंगों की बात करें तो जनरल एमएम नरवणे 31 दिसंबर 2019 को आर्मी चीफ बने। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी 30 सितंबर 2021 को एयरचीफ का पद संभाला और एडमिरल आर हरिकुमार ने 30 नवंबर 2021 को नेवी चीफ की जिम्मेदारी संभाली।
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सीडीएस की जिम्मेदारियां
चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ एक साथ तीन ज़िम्मेदारियाँ संभालते थे। पहला सीडीएस की ज़िम्मेदारी। दूसरा चेयरमैन, चीफ़ ऑफ़ स्टॉफ़ कमेटी और तीसरी ज़िम्मेदारी सचिव, डीएमए की थी. डीएमए यानी डिपार्टमेंट ऑफ़ मिलिट्री अफ़ेयर्स। ये रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला सैन्य मामलों का विभाग है। साथ ही सीडीएस परमाणु कमान प्राधिकरण के सैन्य सलाहकार भी होते हैं। एकीकृत क्षमता विकास योजना के तहत सीडीएस रक्षा से जुड़ी पूंजीगत अधिग्रहण पंचवर्षीय योजना और दो वर्षीय सतत् वार्षिक अधिग्रहण योजना को भी कार्यान्वित करते हैं।
बता दें कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया। जनरल रावत अपनी पत्नी मधुलिका रावत और अपने 12 अन्य सैन्य अफसरों के साथ तमिलनाडु के कन्नूर में एक कार्यक्रम में जा रहे थे।
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