भाजपा की पूर्व विधायक पारुल साहू कांग्रेस में शामिल होकर बोली मेरी हुई घर वापसी
कांग्रेस में शामिल हुई पारुल साहू ने भाजपा के टिकट पर सागर जिले की सुरखी विधानसभा सीट से 2013 में चुनाव लड़ीं थी और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को हराया था। वही विधानसभा चुनाव 2018 में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था और यहाँ से एक बार फिर कांग्रेस की टिकिट से गोविंद सिंह राजपूत जीते थे।
भोपाल। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा में सह और मात का खेल जारी है। वही शुक्रवार को भाजपा की पूर्व विधायक पारुल साहू कांग्रेस में शामिल हो गई। उप चुनाव से ठीक पहले भाजपा को एक सप्ताह के भीतर यह दूसरा बड़ा झटका लगा है। पहले ग्वालियर से भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक सतीश सिकरवार कांग्रेस में शामिल हुए वही अब सुरखी की पूर्व विधायक पारुल साहू ने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है। कांग्रेस में शामिल हुई पारुल साहू ने भाजपा के टिकट पर सागर जिले की सुरखी विधानसभा सीट से 2013 में चुनाव लड़ीं थी और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को हराया था। वही विधानसभा चुनाव 2018 में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था और यहाँ से एक बार फिर कांग्रेस की टिकिट से गोविंद सिंह राजपूत जीते थे। जिन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता लेकर शिवराज सरकार में मंत्री है। इनके इस्तीफे से सुरखी विधानसभा सीट खाली हुई है।
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पारुल साहू के कांग्रेस में शामिल होने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें सुरखी से उप चुनाव में गोविंद सिंह राजपूत के सामने खड़ा कर सकती है। शुक्रवार को भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पारुल साहू को कांग्रेस की सदस्यता दिलाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा और शिवराज पर निशाने साधे। उन्होंने कहा कि शिवराज अपनी जेब में नारियल लेकर चलते हैं। वह जहां भी जाते हैं, नारियल फोड़ देते हैं और घोषणा कर देते हैं। उन्हें आज खुशी है कि पारुल साहू ने प्रदेश की वर्तमान तस्वीर देखकर और सच्चाई को पहचानते हुए कांग्रेस का साथ दिया है। इनका परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है और आज इनकी घर वापसी हुई है।
कमलनाथ ने कहा कि आज शर्म आती है, जब देश में मध्य प्रदेश का नाम बिकाऊ राजनीति के लिए आता है। भाजपा यह समझ ले कि कुछ नेता बिक जरूर सकते हैं, पर प्रदेश के ईमानदार मतदाताओं के ईमान को भाजपा कभी खरीद नहीं सकती। भाजपा ने प्रदेश में संविधान और प्रजातंत्र के साथ खिलवाड़ किया है। इसका फैसला जनता इस उप चुनाव में करेगी। कमलनाथ ने कहा कि आज प्रदेश के नौजवानों के बारे में भाजपा नहीं सोच रही है। नौजवान रोजगार को लेकर भटक रहा है। आज पीड़ित किसान गुहार लगा रहा है, लेकिन सिर्फ गुमराह करने का काम जारी है। शिवराज जी, आज किसानों को फसल बीमा का पैसा बांटेंगे। सच्चाई यह है कि इसका प्रीमियम भी कांग्रेस सरकार ने ही जमा किया था और यह सिर्फ झूठी वाहवाही करेंगे।
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वही कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद पारुल साहू ने कहा कि वह आज सुरखी विधानसभा क्षेत्र की जनता की आवाज बनकर अहंकार और डर के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हैं। आज उनकी घर वापसी हुई है। वह अपने परिवार में वापस आई हैं। जबकि भाजपा की तरफ से प्रतिक्रिया देते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस में व्यक्तियों का टोटा है इसलिए वह प्रत्याशी ढूढ़ रही है। पिछली जो कांग्रेस की सूची आई है बमोरी से लेकर भांडेर और ग्वालियर तक सब आयातित लोग ही है जैसी कांग्रेस की स्थिति है वैसे ही आने वालों की स्थिति है।
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