पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा- दिवालिया होने की कगार पर केंद्र सरकार
सिन्हा ने दावा किया कि वित्त मंत्रालय ने सभी विभागों को आवंटित किए गए बजट का 33 के बजाए 25 फीसदी इस्तेमाल करने को कहा है। निजी निवेशक निवेश नहीं कर रहे हैं। बैंकों का एनपीए कम होने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है।
अहमदाबाद। पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने शनिवार को कहा कि आर्थिक मंदी के कारण केंद्र सरकार दिवालिया होने के कगार पर है। उन्होंने कहा कि विभिन्न सेक्टर में “मांग का अंत” होने के कारण अर्थव्यवस्था अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के विरोध में निकाली गयी “गांधी शांति यात्रा” में शामिल सिन्हा ने यह बयान दिया। उन्होंने दोहराया कि सीएएविफल हो चुकी अर्थव्यवस्था से ध्यान भटकाने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा रचा गया षड्यंत्र है।
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सिन्हा ने दावा किया कि वित्त मंत्रालय ने सभी विभागों को आवंटित किए गए बजट का 33 के बजाए 25 फीसदी इस्तेमाल करने को कहा है। निजी निवेशक निवेश नहीं कर रहे हैं। बैंकों का एनपीए कम होने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। साल 2016 की नोटबंदी का असर ग्रामीण क्षेत्रों से शुरू होकर शहरी क्षेत्रों तक पहुंचा जिसके चलते मांग में गिरावट हुई जिसका असर अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र पर पड़ रहा है और यह सुस्त हो रही है।
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