वित्त मंत्री का विभिन्न पक्षों के साथ बजट पूर्व परामर्श छह दिसंबर से
सीतारमण द्वारा पेश किया जाने वाला लगातार आठवां बजट होगा। यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट होगा, जो 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नीतिगत दिशा प्रदान करेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार यानी छह दिसंबर से विभिन्न पक्षों के साथ बजट पूर्व परामर्श बैठकें शुरू करेंगी। सूत्रों ने बताया कि इस प्रक्रिया के तहत, वित्त मंत्री छह दिसंबर को प्रख्यात अर्थशास्त्रियों से मिलेंगी।
सीतारमण इस दौरान चालू वित्त वर्ष (2024-25) की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के सात तिमाहियों के सबसे निचले स्तर 5.4 प्रतिशत रहने के बीच आगामी बजट के बारे में उनसे सुझाव लेंगी।
उन्होंने कहा कि इसके बाद सात दिसंबर को वित्त मंत्री की बैठक किसान संगठनों, कृषि अर्थशास्त्रियों और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ होगी।
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट एक फरवरी को संसद में पेश किए जाने की संभावना है। यह सीतारमण द्वारा पेश किया जाने वाला लगातार आठवां बजट होगा। यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट होगा, जो 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नीतिगत दिशा प्रदान करेगा।
बजट पूर्व परामर्श 30 दिसंबर को भारतीय उद्योग जगत के दिग्गजों और सामाजिक क्षेत्र, विशेषकर शिक्षा और स्वास्थ्य के दिग्गजों के साथ परामर्श के साथ समाप्त होगा। सूत्रों ने बताया कि श्रमिक संगठनों, वित्तीय क्षेत्रों, सेवा क्षेत्रों आदि के साथ भी वित्त मंत्री की बैठकें होंगी।
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