कोर वोटर को पसंद नहीं आया NCP का साथ, 1 विधायक वाला भी CM बनना... अजित पवार के साथ पर पहली बार दिखा फडणवीस का बेबाक अंदाज
इंडिया टुडे के मुंबई कॉन्क्लेव में देवेंद्र फड़णवीस ने हिस्सा लिया। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कई तरह के राजनीतिक सवालों के जवाब दिए। इंटरव्यू की शुरुआत में पूछा गया कि क्या लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कमजोर हुई? ऐसा सवाल पूछे जाने पर उन्होंने इस दावे को खारिज कर दिया।
पिछले ढाई साल में महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारे की दो अहम पार्टियां शिवसेना और एनसीपी में फूट पड़ी और दोनों ही दल विभाजित हो गए। पहले एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में शिवसेना विधायकों ने उद्धव ठाकरे की महायुति से अलग राह तलाशी। फिर अजित पवार के नेतृत्व में 40 एनसीपी विधायकों ने बीजेपी-शिंदे गुट के गठबंधन से हाथ मिला लिया। हालाँकि, इन दोनों समूहों ने अदालतों में भी अपना रुख को कायम रखा है कि वे ही मूल शिवसेना या एनसीपी कांग्रेस हैं। लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े नेता और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के एक बयान से विवाद छिड़ गया है। इंडिया टुडे के मुंबई कॉन्क्लेव में देवेंद्र फड़णवीस ने हिस्सा लिया। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कई तरह के राजनीतिक सवालों के जवाब दिए। इंटरव्यू की शुरुआत में पूछा गया कि क्या लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कमजोर हुई? ऐसा सवाल पूछे जाने पर उन्होंने इस दावे को खारिज कर दिया।
इसे भी पढ़ें: लातूर जिले में राजमार्ग को चार लेन का करने की मांग को लेकर एनसीपी (एसपी) नेता का अनशन
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में भाजपा की हार का कारण अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से खराब वोट ट्रांसफर होना है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कोर वोटर बेस को एनसीपी के साथ गठबंधन पसंद नहीं आया, हालांकि 80 प्रतिशत अब इस तरह के राजनीतिक समझौतों की जरूरत के बारे में आश्वस्त हैं। भाजपा, एनसीपी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से सिर्फ 17 सीटें जीतने में सफल रही। भाजपा ने 2019 के चुनावों में 23 से कम होकर नौ सीटों पर आ गई।
इसे भी पढ़ें: माधा लोकसभा क्षेत्र में एकबार फिर मजबूत हुई NCP (Sharad Pawar), विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की बढ़ी मुश्किलें
यह सच है कि पिछले कुछ आम चुनावों में यह भाजपा का सबसे खराब प्रदर्शन है। हमने 28 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन फिर भी हमें बहुत कम सीटें मिलीं। हालांकि, हम 12 सीटों पर 3 प्रतिशत से भी कम वोटों से हारे, जो 3,000-6,000 वोटों का अंतर है। फडणवीस ने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि हमें इस चुनाव में सबसे ज्यादा वोट मिले हैं। एक दिन पहले इंडिया टुडे के मंच से महाराष्ट्र के एक अन्य डिप्टी सीएम अजित पवार ने मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी जताई थी। उन्होंने कहा था कि मैं सीएम बनना चाहता हूं। अब देवेंद्र फडणवीस ने इस पर पलटवार किया है। इस सवाल पर महाराष्ट्र बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जिस पार्टी का एक विधायक भी हो, वह मुख्यमंत्री बनना चाहेगा। फडणवीस ने कहा कि हमारी पार्टी में पार्लियामेंट्री बोर्ड यह निर्णय लेता है कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा। रोटेशनल सीएम के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होता है।
अन्य न्यूज़