मेरठ में RRTS निर्माण के चलते बेपटरी होती यातायात व्यवस्था से नाराज उद्यमियों ने RRTS प्रबंधन को लिखा शिकायती पत्र
मेरठ के दिल्ली रोड से परतापुर का पूरा इलाका औद्योगिक क्षेत्र हैं। यहां खेल उत्पाद निर्माता इकाईयां, कांच का सामान, इलेक्ट्रानिक आयटम, सीमेंट, रबड, फूड एंड बेवरेज, स्टील उपकरण व वायर निर्माता सहित कई प्रकार की फैक्ट्रियां चलती हैं। केवल परतापुर में 1500 से ज्यादा फैक्ट्रियां संचालित हैं। जहां हर प्रकार के केमिकल, कांच, धातु का सामान लोड-अनलोड होता है। इसके कारण यहां जाम की समस्या बनी रहती है।
मेरठ में रैपिड और मैट्रो के काम के कारण यातायात व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। दिल्ली रोड पर सुबह से ही जाम लग जाता है। यातायात नियंत्रित करने के लिए RRTSद्वारा की गई व्यवस्था पर उद्यमियों ने नाराजगी जताई है। मेरठ में PIMA (परतापुर इंडस्ट्रियल स्टेट मैनुफेक्चर्स एसोसिएशन ) के अध्यक्ष निपुन जैन ने RRTS को पत्र लिखकर अनियंत्रित यातायात की शिकायत की है। पीमा प्रेसीडेंट का कहना है यातायात नियंत्रण में लगा स्टाफ गंभीर नहीं है। स्टाफ की लापरवाही के कारण कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है।
मेरठ के दिल्ली रोड से परतापुर का पूरा इलाका औद्योगिक क्षेत्र हैं। यहां खेल उत्पाद निर्माता इकाईयां, कांच का सामान, इलेक्ट्रानिक आयटम, सीमेंट, रबड, फूड एंड बेवरेज, स्टील उपकरण व वायर निर्माता सहित कई प्रकार की फैक्ट्रियां चलती हैं। केवल परतापुर में 1500 से ज्यादा फैक्ट्रियां संचालित हैं। जहां हर प्रकार के केमिकल, कांच, धातु का सामान लोड-अनलोड होता है। इसके कारण यहां जाम की समस्या बनी रहती है। पीमा सचिव नितिन कपूर का कहना है कि दिल्ली रोड से परतापुर का ये पूरा इलाका बेहद संवेदनशील औद्योगिक क्षेत्र है। यहां माल के कंटेनर, लोडेड ट्रक गुजरते हैं। संवेदनशील सामान भी यहां से गुजरता है। ऐसे में कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है।
अब पीमा अध्यक्ष निपुण जैन ने आरआटीएस साइट मैनेजर को शिकायती पत्र लिखते हुए कहा है कि जो स्टाफ आरआरटीएस ने यहां ट्रैफिक मैनेजमेंट में लगाया है वो गंभीर नहीं है। सारे दिन गार्ड मोबाइल में व्यस्त रहते हैं। ट्रैफिक की ओर जरा भी ध्यान नहीं रहता।जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा होने की सम्भावना बनी रहती है।
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