राज्य के विकास में महिलाओं का बड़ा योगदान, CM एकनाथ शिंदे बोले- विविध क्षेत्रों में बनाई अपनी एक अलग पहचान

Eknath Shinde
Creative Common

विश्वास फाउंडेशन की ओर से आयोजित महिला सक्षमीकरण समारोह चाहडे (पालघर) संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा उपस्थितो को संबोधित किया।

नई दिल्ली। स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, प्रशासन ऐसे विविध क्षेत्रों में महिलाओं ने उत्कृष्ट कार्य कर राज्य के विकास में बड़ा योगदान देते हुए अपनी एक अलग पहचान बनाई है, यह प्रतिपादन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया। विश्वास फाउंडेशन की ओर से आयोजित महिला सक्षमीकरण समारोह चाहडे (पालघर) संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा उपस्थितो को संबोधित किया। कार्यक्रम में विधायक रवींद्र फाटक (वीडियो कॉन्फ्रेंस), पद्मश्री राहीबाई उपेरे, जिलाधिकारी गोविंद बोडके, जिला पुलिस अधीक्षक बाळासाहेब पाटिल, विश्वास फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. विश्वास वळवी एवं वरिष्ठ अधिकारी व नागरिक उपस्थित थे। 

इसे भी पढ़ें: Maharashtra: समृद्धि एक्सप्रेसवे पर कार का टायर फटने से छह लोगों की मौत

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि भारत की स्वतंत्रता का यह इतिहास महिलाओं के पराक्रम एवं उनकी गाथा के बगेर पूरा नहीं हो सकता। राजमाता जिजाऊ, सावित्रीबाई फुले, रमाबाई रानडे ने समाज के अपना योगदान देते समय बहुत संघर्ष किया है। उनके संघर्ष से आज की पीढ़ी को प्रेरणा मिल रही है. उन्होने कहा कि आर्थिक, सामाजिक, राजकीय स्वावलंबन, क्षेत्र में महिलाओं के लिए कानून भी बनाएं जा रहे है और समावेशी आदर्श ऐसी महिला नीति भी राज्य सरकार की ओर से जल्द ही घोषित की जाएगी। 

इसे भी पढ़ें: Raftaar Top 10 News I तालिबानी गवर्नर की बम धमाके में मौत, फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा महिलाओं को कम देती है सैलरी

उन्होंने बताया कि लड़कियों के सक्षमीकरण के लिए लेक लाडकी योजना चलाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत पिले और केशरी रंग के कार्डधारक लड़कियों को इस योजना का लाभ होगा। लड़की का जन्म होने के बाद 5 हजार रुपये, पहली कक्षा में प्रवेश लेने के बाद 4 हजार रुपये, कक्षा छठवीं में 6 हजार रुपये, 11 वीं कक्षा में प्रवेश लेने के बाद 8 हजार रुपये और लड़की जब 18 साल की होगी, तब उसे 75 हजार रुपये निधि देने का निर्णय सरकार ने लिया है। उन्होंने कहा कि पहले नौकरी करनेवाली महिलाओं को 10 हजार रुपये व्यवसाय कर भरना पड़ता था। अब इस कर की व्याप्ति बढाकर 25 हजार रुपये की गई है. जिससे 25 हजार आय (उत्पन्न) रहनेवाली महिलाओं को व्यवसाय कर नहीं भरना पड़ेगा।

इसके अलावा राज्य परिवहन महामंडल के बसेस में 50 फीसदी रियायत भी महिलाओं को दी गई है। महिला बचत गुटों के लिए ई - बिझनेस प्लॅटफॉर्म तैयार किया गया है और विशेष जलद गती न्यायालयों के सीटों की मंजूरी दी गई है। इसके लिए राज्य सरकार ने 65 करोड़ रुपये का प्रावधान किये जाने की बात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दौरान कहीं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि ‘माता सुरक्षित तो घर सुरक्षित’ यह अभियान राज्यभर में चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत 4 करोड़ 50 लाख महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गई है। ‘महिला आयोग अपने द्वार’ इस संकल्पना पर आधारित महिलाओं की समस्याओं का निराकरण करने के लिए 11 जिलों में जन सुनवाई पूरी की गई है। साथ ही राज्य में विविध जगहों पर हिरकणी कक्ष की स्थापना की गई है। ठाणे जिले में 60 हिरकणी कक्ष बनाएं गये है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़