रेड क्रास भोपाल के डॉक्टर, नर्स और लैब असिस्टेंट हुए फूड पॉइजनिंग से बीमार, खाने में निकल रहे काकरोज और कीड़े
रेड क्रॉस हॉस्पीटल के डॉ.आशू, स्टॉफ नर्स मंगला, अर्चना, हेमलता,ज्योतिबाला, लैब असिस्टेंट संजीव विश्वास और धर्मेन्द्र शामिल है। सूत्रों की माने तो इन लोगों को पिछले कई दिनों से दूषित खाना दिया जा रहा है। जिसकी शिकायत इन्होनें रेड क्रॉस में की थी लेकिन इनकी आज तक नहीं सुनी गई।
भोपाल। मध्य प्रदेश रेड क्रॉस सोसायटी हॉस्पीटल भोपाल में कार्यरत डॉक्टर, नर्स और लैब अस्टिटेंट फूड पॉइजनिंग से बीमार हुए है। जिन्हें प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। रेड क्रॉस भोपाल शाखा के हॉस्पीटल से सात लोगों के स्टॉफ को शासकीय जय प्रकाश अस्पताल में कोविड- 19 की जांच के लिए ड्यूटी पर लगाया गया था। जहाँ ये पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण की जाँच में लगे हुए है। इनके रहने के लिए प्रशासन ने भोपाल के गुजराती भवन में व्यवस्था की है। यह स्वास्थ्यकर्मी शासकीय जय प्रकाश अस्पताल से काम करने के बाद इसी सेंटर पर रूकते है और पिछले कई दिनों से अपने घर भी नहीं गए है।
रेड क्रॉस हॉस्पीटल के डॉ.आशू, स्टॉफ नर्स मंगला, अर्चना, हेमलता,ज्योतिबाला, लैब असिस्टेंट संजीव विश्वास और धर्मेन्द्र शामिल है। सूत्रों की माने तो इन लोगों को पिछले कई दिनों से दूषित खाना दिया जा रहा है। जिसकी शिकायत इन्होनें रेड क्रॉस में की थी। लेकिन इनकी आज तक नहीं सुनी गई। वही गुरूवार को स्टॉफ नर्स मंगला, अर्चना और हेमलता को फूड पॉइजनिंग हो गई। जिसके चलते उन्हें ड्रिप लगाई गई है। नर्स मंगला को तो दूषित खाना खाने के बाद बेहोशी की हालत में उनके साथियों ने प्राथमिक उपचार दिया है।
बताया जा रहा है कि रेड क्रॉस में खाना उपलब्ध करवाने का काम स्टोरी इंचार्ज सोमदत्त तिवारी द्वारा किया जा रहा है। खाने को लेकर स्टॉफ ने कई बार शिकायत भी की थी लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जबकि ये दूषित खाना खाने से स्टॉफ नर्स अर्चना को दो -तीन दिन से दस्त और उल्टी की शिकायत चल रही है। वही स्टॉफ नर्स मंगला की हालत आज खाना खाने के बाद बिगड़ गई वही स्टॉफ नर्स हेमलता की हालत भी बिगड़ चुकी है।
रेड क्रॉस सोसायटी,मध्य प्रदेश के अध्यक्ष अशुतोष पुरोहित का इस बारे में कहना है कि उन्हें स्टॉफ नर्स के फूड पॉइजनिंग से बिमार होने की खबर नहीं है। लेकिन रेड क्रॉस अपने कर्मचारीयों का खाना सोसायटी की केंटीन में ही बनवाता है। उन्होनें बताया कि कलेक्टर भोपाल से चर्चा के दौरान पता चला था कि ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए खाना बनाया जाता है। वही से स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भी आप मंगवा सकते है। जिसके बाद दो-तीन दिन के लिए पुलिसकर्मियों के लिए बन रहे के खाने का ट्रायल लिया था। अध्यक्ष अशुतोष पुरोहित ने इस मामले पर संज्ञान लेने की बात कही है।
वही अपनी जान की बाजी लगाकर कोरोना वारियर्स की तरह सेवा में जुटे स्वास्थ्यकर्मीयों के स्वास्थ्य के साथ हो रहे खिलावाड़ से जहाँ रेड क्रॉस सोसायटी, मध्य प्रदेश के प्रबंधन पर सवाल खडे हो रहे है। तो वही किस तरह से इन स्वास्थ्यकर्मीयों के स्वास्थ्य के साथ लापरवाही बरती जा रही है, यह भी इस घटना से उजागर हुआ है। वही रेड क्रॉस हॉस्पीटल के स्वास्थ्यकर्मियों की जान से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है, यह चिंता का विषय बन गया है। साथ ही फूड पॉइजनिंग की इस घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को भी इस बारे में संज्ञान लेकर खाने की गुणवत्ता और दूषित खाने के वितरण को रोकने की तरफ कदम उठाने होगें।
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