संभल-बांग्लादेश हिंसा का DNA एक, अयोध्या में बोले CM योगी- कुछ लोग बांटने में लगे हैं
राम कथा पार्क में रामायण मेले के उद्घाटन के मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि याद कीजिए 500 साल पहले बाबर के आदमी ने अयोध्या कुंभ में क्या किया था। संभल में भी वही हुआ और बांग्लादेश में भी वही हो रहा है। तीनों का स्वभाव और उनका डीएनए एक ही है। अगर कोई मानता है कि बांग्लादेश में ऐसा हो रहा है, तो वही तत्व यहां भी इस बारे में बात करने वाले ऐसे हैं, जिनके पास विदेश में संपत्ति है भाग जायेंगे और दूसरों को यहां मरने के लिए छोड़ देंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'एक बार फिर अयोध्या आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से वैश्विक शहर के रूप में नई पहचान के साथ आगे बढ़ रही है। याद रखें कि पीएम के प्रयासों से इस साल जनवरी में कैसे नरेंद्र मोदी, भगवान राम पांच सौ साल बाद फिर से मंदिर में विराजमान हुए हैं, जो कोई भी भगवान राम और माता जानकी का सम्मान नहीं करता, चाहे वे आपके कितने भी प्रिय क्यों न हों, उसे दुश्मन की तरह त्याग देना चाहिए। इसीलिए राम भक्तों ने 1990 में नारा दिया था, 'जो राम का नहीं हमारे किसी काम का नहीं'। राजनीति में डॉ. राम मनोहर लोहिया आदर्शों के प्रतीक माने जाते हैं। आज की राजनीति में सच्चा समाजवादी स्वतंत्र है संपत्ति और बच्चों के प्रति लगाव से हालाँकि, आज के समाजवादी परिवारवादी बन गये हैं। अपराधियों और गुंडों के संरक्षण के बिना उनकी हालत पानी के बिना संघर्ष कर रही मछली की तरह हो जाती है... वे लोहिया के नाम पर राजनीति तो करते हैं लेकिन उनके एक भी आदर्श को नहीं अपना पाते हैं।
इसे भी पढ़ें: यूपी गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआईआर के खिलाफ याचिका, SC ने जताई नाराजगी
राम कथा पार्क में रामायण मेले के उद्घाटन के मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि याद कीजिए 500 साल पहले बाबर के आदमी ने अयोध्या कुंभ में क्या किया था। संभल में भी वही हुआ और बांग्लादेश में भी वही हो रहा है। तीनों का स्वभाव और उनका डीएनए एक ही है। अगर कोई मानता है कि बांग्लादेश में ऐसा हो रहा है, तो वही तत्व यहां भी इस बारे में बात करने वाले ऐसे हैं, जिनके पास विदेश में संपत्ति है भाग जायेंगे और दूसरों को यहां मरने के लिए छोड़ देंगे।
इसे भी पढ़ें: जिन्हें भी समाज का संबल मिला, उन्होंने देश-दुनिया को अपनी प्रतिभा का लाभ दिया : Yogi Adityanath
मुख्यमंत्री ने लगे हाथ स्वयं की आस्था का भी इजहार किया। साथ ही कहा कि हमने प्रभु राम को आदर्श माना है और उनके आदर्श से कुछ भी ले सके, तो जीवन धन्य हो जाएगा। आज जब लोग छोटे-छोटे स्वार्थ के लिए मारने-मरने पर उतारू रहते हैं, तो श्री राम का आदर्श हमारा मार्गदर्शन करता है, पिता की आज्ञा मानकर उन्होंने क्षण भर की भी देरी किए बिना अयोध्या के राज्य का परित्याग कर दिया और स्वयं वन को चले गए।
अन्य न्यूज़