अमेरिका-कनाडा सीमा पर मरने वाले चार लोगों को डिंगुचा के ग्रामीणों ने दी श्रद्धांजलि
गुजरात में गांधीनगर जिले के डिंगुचा गांव में शनिवार को लोगों ने एक परिवार के उन चार सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जिनकी हाल ही में कनाडा-अमेरिका सीमा के पास अत्यधिक ठंड से मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने इन लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए अपनी दुकानें बंद रखीं और सड़कें भी सुनसान रहीं।
अहमदाबाद। गुजरात में गांधीनगर जिले के डिंगुचा गांव में शनिवार को लोगों ने एक परिवार के उन चार सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जिनकी हाल ही में कनाडा-अमेरिका सीमा के पास अत्यधिक ठंड से मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने इन लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए अपनी दुकानें बंद रखीं और सड़कें भी सुनसान रहीं। गांव के एक स्थानीय पदाधिकारी ने बताया कि काम और दुकानें बंद रखकर ग्रामीण लोग पीड़ित पटेल परिवार के दुख में शामिल हुए। स्थानीय लोगों ने कहा कि डिंगुचा गांव आज वीरान नजर आया, जहां से पिछले कई दशकों में बड़ी संख्या में लोग विदेश-मुख्य रूप से अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया चले गए हैं।
इसे भी पढ़ें: जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने चिंतपूर्णी में किया विकासात्मक कार्यों का निरीक्षण
गांव के अधिकतर लोग पाटीदार समुदाय से हैं। उन्होंने कहा कि शुरू में गांव यह मानने को तैयार नहीं था कि अमेरिका-कनाडा सीमा पर मरने वाले एक बच्चे सहित चार लोग बलदेवभाई पटेल के परिवार के हैं, लेकिन बाद में कनाडा के अधिकारियों द्वारा पहचान की पुष्टि किए जाने के बाद उन्हें यह दुखद सच मानना पड़ा कि मृतकों में उनके बेटे जगदीश पटेल (39), बहू वैशाली (37), पोती विहांगी (11) और पोता धर्मिक (3) शामिल हैं। कनाडा के अधिकारियों के अनुसार, पटेल परिवार गत 12 जनवरी को टोरंटो पहुंचा था।
इसे भी पढ़ें: Goa Election 2022 | गृह मंत्री अमित शाह गोवा में रविवार को तीन जनसभाओं को संबोधित करेंगे
वहां से वे मैनिटोबा और फिर 18 जनवरी के आसपास इमर्सन के लिए रवाना हुए थे लेकिन सीमा के पास भीषण ठंड के चलते उनकी मृत्यु हो गई। परिजनों ने शुक्रवार को कहा था कि चारों मृतकों के शव भारत नहीं लाए जाएंगे। जगदीश पटेल के एक चचेरे भाई जसवंत पटेल ने कहा था, पूरा परिवार गहरे सदमे में है। अभी तक, हम सभी ने शवों को अंतिम संस्कार के लिए यहां नहीं लाने का फैसला किया है। अंतिम संस्कार कनाडा में ही किया जाएगा।
अन्य न्यूज़