हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय शिमला में न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर को दी गरिमापूर्ण विदाई

Justice Suresh Thakur

न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर ने कहा कि उन्हें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का हिस्सा होने पर बेहद गर्व महसूस होता है। उन्होंने विधि व्यावसाय के युवा सदस्यों को प्रोत्साहित किया और उन्हें अपने वरिष्ठों से सीखकर अधिक परिपक्व और कानूनी कौशल हासिल करने का परामर्श दिया।

 शिमला   न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर को गरिमापूर्ण विदाई देने के लिए आज हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय शिमला में फुल कोर्ट रेफरेंस का आयोजन किया गया। न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर का स्थानांतरण पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में किया गया है। कार्यवाही का संचालन रजिस्ट्रार जनरल वीरेंद्र सिंह ने किया।

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 इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति मोहम्मद रफ़ीक ने कहा कि न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर का स्वभाव स्नेही है और वह लोगों के प्रति अत्यंत संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर के सौहार्दपूर्ण व्यवहार और विनम्रता ने उन्हें बार और बेंच के सदस्यों का प्रिय बनाया और उनकी उपस्थिति को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में सदैव याद रखा जाएगा।

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इस अवसर पर न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर ने मुख्य न्यायाधीश का धन्यवाद और सराहना करते हुए कहा कि मुख्य न्यायाधीश में गहन अध्ययन और परिपक्व समझ और अनेक उल्लेखनीय गुण हैं।

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न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर ने कहा कि उन्हें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का हिस्सा होने पर बेहद गर्व महसूस होता है। उन्होंने विधि व्यावसाय के युवा सदस्यों को प्रोत्साहित किया और उन्हें अपने वरिष्ठों से सीखकर अधिक परिपक्व और कानूनी कौशल हासिल करने का परामर्श दिया।  

उन्होंने अधिवक्ताओं से न केवल पुराने दीवानी, आपराधिक और राजस्व कानूनों के प्रति अपने कौशल का उपयोग करने के लिए कहा, बल्कि हाल ही में अधिनियमित कराधान और काॅरपोरेट कानूनों और अब दिवालियापन, मध्यस्थता, क्रिप्टोकरेंसी आदि से संबंधित नए कानूनों में भी निपुण होने को कहा।  

उन्होंने उन सभी लोगों को याद किया, जिन्होंने उनके कानूनी व्यक्तित्व को तराशने में योगदान दिया।  उन्होंने विशेष रूप से उनकी माता प्रसिद्ध कवयित्री निर्मला ठाकुर, उनके दिवंगत पिता, न्यायमूर्ति हीरा सिंह ठाकुर, उनके भाई, बहनों और अधिवक्ता क्लर्क से लेकर माननीय न्यायाधीशों को याद किया। इस अवसर पर उन्होंने उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों, उच्च न्यायालय बार और रजिस्ट्री के अधिकारियों एवं कर्मचरियों की सराहना की और उनका आभार व्यक्त किया।

 महाधिवक्ता श्री अशोक शर्मा, हिमाचल प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष अजय कोछड़, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष लवनीश कंवर, भारत के सहायक साॅलिसिटर जनरल बलराम शर्मा ने भी इस अवसर पर सम्बोधित किया और न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर को शुभकामनाएं दीं।

 न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर को फुल कोर्ट रेफरेंस के बाद गार्ड आॅफ आॅनर और गर्मजोशी से विदाई दी गई।

फुल कोर्ट रेफरेंस में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना, न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चैहान, न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति  अजय मोहन गोयल, न्यायमूर्ति संदीप शर्मा और न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ शामिल हुए।

 अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग न्यायमूर्ति पी.एस. राणा, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.पी. सूद, न्यायमूर्ति ए.के. गोयल, न्यायमूर्ति के.सी.सूद और न्यायमूर्ति वी.के. शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के अन्य रजिस्ट्रार, रजिस्ट्री के अधिकारी और कर्मचारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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