न्यू इंडिया के लिए जरूरी है डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन: प्रो. संजय द्विवेदी
कार्यक्रम में आईआईएमसी के अपर महानिदेशक के. सतीश नंबूदिरीपाड, डीन (अकादमिक) प्रो. गोविंद सिंह, डीन (छात्र कल्याण) प्रो. प्रमोद कुमार एवं विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग की पाठ्यक्रम निदेशक प्रो. अनुभूति यादव ने भी हिस्सा लिया।
नई दिल्ली। भारतीय जन संचार संस्थान के विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विद्यार्थियों द्वारा प्रकाशित पत्रिका 'द बैटन' का विमोचन शनिवार को संस्थान के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम में आईआईएमसी के अपर महानिदेशक के. सतीश नंबूदिरीपाड, डीन (अकादमिक) प्रो. गोविंद सिंह, डीन (छात्र कल्याण) प्रो. प्रमोद कुमार एवं विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग की पाठ्यक्रम निदेशक प्रो. अनुभूति यादव ने भी हिस्सा लिया।
इस अवसर पर प्रो. द्विवेदी ने कहा कि आज पारंपरिक मीडिया स्वयं को डिजिटल मीडिया में बदल रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 में प्रिंट मीडिया का रेवेन्यू महज तीन फीसदी बढ़ा, वहीं डिजिटल मीडिया के मामले में यह आंकड़ा 28 फीसदी का था। इस दौरान प्रिंट मीडिया की रीडरशिप 11 फीसदी तक बढ़ी, तो डिजिटल सब्सक्रिप्शन में 50 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई।DG, #IIMC @ProfSanjay_IIMC addressed the conference on the topic ‘Reformations in #media through the lens of #SocialJustice’ organised by the @Uni_Mumbai. On the occasion famous literary critic Dr. @Ganeshdevy was also present. pic.twitter.com/kgPGDj0nsp
— Indian Institute of Mass Communication (@IIMC_India) August 7, 2021
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प्रो. द्विवेदी के अनुसार डिजिटल और सोशल मीडिया के सक्रिय हो जाने के बावजूद प्रिंट मीडिया का अलग महत्व है। समाचार पत्र और पत्रिकाओं के सामने भले ही चुनौतियां हैं, लेकिन वह अपनी चुनौतियों का डटकर मुकाबला करते आ रहे हैं। इसीलिए आज भी अखबार की साख और विश्वसनीयता बरकरार है। कार्यक्रम में स्वागत भाषण निशा अस्करी ने दिया एवं आभार प्रदर्शन शिवम त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर पत्रिका की संपादकीय टीम के सदस्यों सहित विभाग के समस्त विद्यार्थी मौजूद थे।
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