विशेष ट्रेन से लौटे श्रमिकों ने कहा- मुश्किल का समय बीत जाएगा, फिर जाएंगे मजदूरी करने दिल्ली
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) समीर सौरभ ने शुक्रवार को बताया कि विशेष ट्रेन से लगभग 1,100 मजदूरों को दिल्ली से यहां लाया गया है। इसमें छतरपुर जिले के 247 मजदूरों सहित प्रदेश के 26 जिलों के श्रमिक लाए गये हैं।
छतरपुर। कोरोना वायरस को काबू करने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के कारण दिल्ली में फंसे मध्यप्रदेश के लगभग 1,100 प्रवासी मजदूरों को लेकर एक विशेष ट्रेन शुक्रवार सुबह छतरपुर पहुंची। लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हुए इन मजदूरों को भरोसा है कि मुश्किलों का यह वक्त लंबा नहीं चलेगा और वे फिर से काम करने दिल्ली जायेंगे। प्रवासी श्रमिकों को लेकर दिल्ली से मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड में आने वाली यह पहली विशेष ट्रेन है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) समीर सौरभ ने शुक्रवार को बताया कि विशेष ट्रेन से लगभग 1,100 मजदूरों को दिल्ली से यहां लाया गया है। इसमें छतरपुर जिले के 247 मजदूरों सहित प्रदेश के 26 जिलों के श्रमिक लाए गये हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली से आये इन मजदूरों की रेलवे स्टेशन पर ही जांच की गई। श्रमिकों की जांच के लिए 10 काउंटर बनाये गए हैं। इसके बाद उन्हें भोजन के पैकेट दिये जायेंगे। स्टेशन से बाहर निकलने के लिए चार निकास द्वार बनाये गये हैं।
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उन्होंने बताया कि जांच और आवश्यक जानकारी दर्ज करने के बाद इन श्रमिकों को 34 बसों के माध्यम से इनके जिलों और गांवों में भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि विशेष ट्रेन आने के पहले और बाद में स्टेशन को संक्रमणमुक्त करने की व्यवस्था की गई है। विशेष ट्रेन से छतरपुर आये हरिचरण ने बताया कि दिल्ली से यह विशेष ट्रेन बृहस्पतिवार रात में निकली थी। रास्ते में यह आगरा और झांसी रुकने के बाद सुबह छतरपुर पहुंची। इस विशेष ट्रेन से छतरपुर आने वाले श्रमिकों के एक समूह ने उम्मीद जताते हुए कहा, ‘‘बंद खुलने के बाद हम फिर से दिल्ली मजदूरी के लिए जायेंगे। मुश्किलों का यह समय भी निकल जायेगा और यह सब बहुत समय तक नहीं रहेगा।’’
दिल्ली से छतरपुर लौट कर आए कुर्राहा गांव के राजेश ने बताया, ‘‘मैं पिछले 10 साल से दिल्ली में राज मिस्त्री का काम कर रहा था। लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया। वहां दिल्ली में हम लोग सुरक्षित थे। हर विपत्ति बहुत समय तक नहीं रहती, इससे भी हम निपट लेंगे और लॉकडाउन के बाद बाद फिर से अपना काम करने दिल्ली जाएंगे।’’ दिल्ली में राजमिस्त्री का काम करने वाले छम्मन ने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान उन्हें आनंद बिहार में रखा गया था, जहां व्यवस्थाएं ठीक थीं और किसी तरह की दिक्कत नहीं थी। उसने कहा कि ट्रेन यात्रा के लिए उससे किसी तरह का किराया नहीं वसूला गया।
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जिले की बड़ामलहरा तहसील के बबलू, हरिचरण, मनोज और लक्ष्मी ने भी व्यवस्था के प्रति संतोष जताया। इन लोगों ने कहा, ‘‘लॉकडाउन खुलने के बाद वे फिर से मजदूरी के लिए दिल्ली जाएंगे। ये परेशानियां बहुत समय तक नहीं रहेंगी।’’ दिल्ली में एक संस्थान में नौकरी करने वाले नितिन चौधरी भी इसी विशेष ट्रेन से छतरपुर अपने घर वापस आये हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेन में सारी व्यवस्थायें ठीक थीं। वह यहां अपने माता-पिता के पास आये हैं।
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