Delhi: Jal Board के 20 करोड़ रुपये गबन करने के आरोप में तीन ठेकेदार गिरफ्तार

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अधिकारी के अनुसार, डीजेबी ने अपने विभिन्न कार्यालयों में ‘‘ऑटोमोटिव बिल पेमेंट कलेक्शन मशीन स्थापित करने’’ का काम कॉरपोरेशन बैंक (अब यूनियन बैंक ऑफ इंडिया) को सौंपा था। ये मशीनें डीजेबी उपभोक्ताओं द्वारा नकद और चेक एवं अन्य तरीकों से बिल भुगतान की सुविधा के लिए थीं।

नयी दिल्ली। दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार रोधी शाखा (एसीबी) ने दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के20 करोड़ रुपये कथित तौर पर गबन करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आरोपियों की पहचान 56 वर्षीय राजू नायर, 52 वर्षीय गोपी कुमार केडिया और डॉ. अभिलाष वासुकुट्टन पिल्लई के रूप में हुई है। अधिकारी के अनुसार, डीजेबी ने अपने विभिन्न कार्यालयों में ‘‘ऑटोमोटिव बिल पेमेंट कलेक्शन मशीन स्थापित करने’’ का काम कॉरपोरेशन बैंक (अब यूनियन बैंक ऑफ इंडिया) को सौंपा था।

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ये मशीनें डीजेबी उपभोक्ताओं द्वारा नकद और चेक एवं अन्य तरीकों से बिल भुगतान की सुविधा के लिए थीं। कॉरपोरेशन बैंक ने अपनी ओर से ‘फ्रेशपे आईटी सॉल्यूशंस’ को अनुबंध दिया जिसने यह जिम्मेदारी ‘ऑरम ई-पेमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड’ को दे दिया। अधिकारी ने कहा कि अनुबंध 10 अक्टूबर, 2019 तक वैध था, लेकिन ऑरम ई-पेमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड ने मार्च 2020 तक राशि एकत्र की। जांच के दौरान एसीबी ने पाया कि ऑरम ने डीजेबी कियोस्क से एकत्र की गई राशि को फर्म के फेडरल बैंक खाते के माध्यम से राजू नायर, उनके रिश्तेदारों और कई अन्य की सहायक कंपनियों को स्थानांतरित किया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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