केरल में मानव बलि की घटना को माकपा नेता ने बताया क्रूर, कहा- भारत के कई हिस्सों में अभी भी अंधविश्वास मौजूद

CPIM leader
ANI
अभिनय आकाश । Oct 12 2022 8:13PM

केके शैलजा ने कहा कि वैज्ञानिकों, शासकों और समाज का कर्तव्य समाज में वैज्ञानिक सोच पैदा करना है लेकिन यह भारत में पूरा नहीं होता है। भारत के कई हिस्सों में अभी भी अंधविश्वास और काला जादू मौजूद है। केरल में, यह बड़े पैमाने पर नहीं है, लेकिन यहां भी कुछ अंधविश्वास हैं।

केरल में काले जादू की रस्म के तहत कथित तौर पर दो महिलाओं की बलि दी गई थी। इस मामले में एक दंपति समेत तीन को गिरफ्तार किया गया है। दो पीड़ित 50 वर्ष के बताए जा रहे हैं और लॉटरी का टिकट बेचते थे। आरोपी जोड़े के वित्तीय मुद्दों को सुलझाने और उनके जीवन में समृद्धि लाने के लिए हिलाओं को दोस्ती झांसा देकर अपहृत किया और फिर बलि दे डाली। केरल 'मानव बलि' मामले पर माकपा नेता केके शैलजा ने कहा कि यह बहुत ही क्रूर बात है। हमें आश्चर्य है कि जिस समाज में इस प्रकार की शिक्षा और अधिकारिता प्राप्त हुई है, वहां ऐसा हो रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अंधविश्वास और झूठी मान्यताएं अभी भी समाज में हैं।

इसे भी पढ़ें: मानव बलि का मामला: आर्थिक तंगी दूर करने के लिए ली 2 महिलाओं की जान, कोर्ट ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा

केके शैलजा ने कहा कि वैज्ञानिकों, शासकों और समाज का कर्तव्य समाज में वैज्ञानिक सोच पैदा करना है लेकिन यह भारत में पूरा नहीं होता है। भारत के कई हिस्सों में अभी भी अंधविश्वास और काला जादू मौजूद है। केरल में, यह बड़े पैमाने पर नहीं है, लेकिन यहां भी कुछ अंधविश्वास हैं।

इसे भी पढ़ें: केरल के राज्यपाल, मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को ईद-मिलाद-उन-नबी की मुबारकबाद दी

 'मानव बलि' के मामले में एर्नाकुलम सत्र अदालत ने तीनों आरोपियों को 26 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा। पुलिस आयुक्त सीएच नागराजू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने मारे गए दोनों महिलाओं के शरीर के सभी हिस्सों को बरामद कर लिया है। पीड़ित महिला में से एक के शरीर के अंगों को तीन गड्ढों में से बरामद किया गया जहां उन्हें दफनाया गया था। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़