कोरोना कर्फ्यू की बंदिशों में छूट मिलते ही बाजारों में लौटी रौनक
प्रदेश में आज दुकानों के खुलते ही बाजारों में खासी रौनक देखी गई कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिये बंदिशों लगाई गई थीं प्रदेश में हालांकि कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अब धीमी पडऩे लगी है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू के नए दिशा-निर्देश आज लागू हो गए हैं। दिशा निर्देशों के अनुसार सभी दुकानें सुबह 9 बजे से दोपहर दो बजे तक सप्ताह में पांच दिन खुली रहेंगी। इसके अलावा दवाइयों सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानें शनिवार व रविवार को भी खुली रहेंगी। हालांकि राज्य में सभी शिक्षण संस्थान, कोचिंग सेंटर और प्रशिक्षण संस्थान अगले आदेशों तक बंद रहेंगे। प्रदेश में आज दुकानों के खुलते ही बाजारों में खासी रौनक देखी गई कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिये बंदिशों लगाई गई थीं प्रदेश में हालांकि कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अब धीमी पडऩे लगी है।
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नए मामले आने का सिलसिला कुछ दिनों से कम होने लगा है। लेकिन मरने वालों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जिससे लोगों में भय का महौल है। दरअसल अब अब यह महामारी शहरों से गांवों की ओर पैर पसारने लगी है जिससे मरने वालों की तादाद थम नहीं पा रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्दिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में स्थापित 20 किलोलीटर ऑक्सीजन संयंत्र कोविड-19 रोगियों तथा अन्य रोगियों के लिए निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। जय राम ठाकुर आज यहां इन्दिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला में 1.50 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित 20 किलोलीटर लिक्विड ऑक्सीजन संयंत्र तथा आपातकालीन प्रयोगशाला का शुभारम्भ करने के उपरान्त मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
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उन्होंने कहा कि इस संयंत्र के स्थापित होने से चिकित्सा महाविद्यालय की ऑक्सीजन क्षमता 525 सिलेंडर से बढ़कर 1600 सिलेंडर से अधिक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय, शिमला की आपातकालीन प्रयोगशाला चैबीस घंटे कार्यशील रहेगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि कमला नेहरू अस्पताल में स्थापित एक्स-रे संयंत्र और 4-डी अल्ट्रासाऊंड मशीन के माध्यम से इस अस्पताल में रोगियों को नवीनतम उपचार व निदान सुविधाएं प्राप्त होंगी और इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय पर इसकी निर्भरता में कमी आएगी। मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र अस्पताल में गम्भीर रोगियों को भी ऑक्सीजन सुविधा प्रदान करेगा।
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