वर्क फ्रॉम होम के लिए कंपनियां कर्मचारियों को ऑफर कर रहीं कोरोना भत्ता

Work From Home

कुछ वक्त पहले दिग्गज कम्पनी गूगल ने कोरोना भत्ता की शुरुआत करते हुए अपने कर्मचारियों को एक हजार डॉलर दिया था। दरअसल, कम्पनी ने यह भत्ता जरूरी फर्नीचर खरीदने के लिए दिया था।

नयी दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के चलते अब वर्क फ्रॉम होम का कल्चर बढ़ गया है। हालांकि अब यह पुरानी बात हो गई है। इसमें नया यह है कि कम्पनियां अब वर्क फ्रॉम होम के लिए तरह-तरह की रणनीतियां तैयार कर रही हैं। ऐसे में एक बात सामने आई है कि कुछ कम्पनियां अपने कर्मचारियों को कोरोना भत्ता देना शुरू कर चुकी हैं। आज के समय में वर्क फ्रॉम होम न्यू नार्मल हो गया है। इसके तहत कम्पनियों ने अलग से भत्ता देना शुरू कर दिया है, जिसमें कर्मचारियों के लिए जरूरी फर्नीचर, इंटरनेट, मोबाइल बिल इत्यादि जरूरी उत्पादों के लिए खर्च शामिल है।

कुछ वक्त पहले दिग्गज कम्पनी गूगल ने कोरोना भत्ता की शुरुआत करते हुए अपने कर्मचारियों को एक हजार डॉलर दिया था। दरअसल, कम्पनी ने यह भत्ता जरूरी फर्नीचर खरीदने के लिए दिया था। अब भारत की कई कम्पनियां भी इस दिशा की तरफ आगे बढ़ रही हैं। 

इसे भी पढ़ें: कोरोना संकट में Google ने अपने कर्मचारियों को दी बड़ी राहत, 'वर्क फ्रॉम होम' की अवधि बढ़ाई 

हाल ही में गूगल ने एक बयान जारी कर कहा था कि वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारियों को कम्पनी की तरफ से अलाउंस के रूप में एक हजार डॉलर या फिर इसके बराबर उनके देश की करंसी दी जाएगी। जिसका मतलब साफ है कि जो लोग भारत में वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं उन्हें गूगल 75 हजार रुपए देगा। इसमें अपडेट यह है कि कम्पनी ने कर्मचारियों के लिए यह राशि जारी कर दी है।

गूगल की तर्ज पर अब दूसरी कम्पनियां भी कोरोना भत्ता देना शुरू कर रही हैं। कुछ कम्पनियों का कहना है कि कोरोना काल में इससे कर्मचारियों का हौसला बढ़ेगा और इससे उनके जेब से होने वाले खर्च में भी कटौती होगी। 

इसे भी पढ़ें: इन टिप्स से वर्क फ्रॉम होम में बढ़ाएं वाई-फाई स्पीड 

बता दें कि एडटेक स्टार्टअप ग्रेट लर्निंग ने जून माह से अपने कर्मचारियों को कोरोना भत्ता के तौर पर एक हजार रुपए देने की शुरुआत की है। जिसमें वाई-फाई, इंटरनेट, फोन खर्च इत्यादि शामिल हैं। इतना ही नहीं कर्मचारी ने किराए पर फर्नीचर देने वाले एक एप के साथ साझेदारी भी की है, जो कर्मचारियों के घरों तक कुर्सियां और डेस्क पहुंचाने का काम कर रही है। 500 से अधिक कर्मचारियों वाली कंपनी के 240 कर्मचारी इस सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। जबकि बाकी के कर्मचारियों तक भी जल्द यह सुविधा पहुचाने का प्रयास किया जा रहा है।

इनवर्टर का भुगतान कर रहीं कंपनियां

वर्क फ्रॉम होम में अमूमन बिजली की समस्या एक आम चुनौती के रूप में सामने आई है जिसको ध्यान में रखते हुए कंपनियों ने अपने-अपने कर्मचारियों को इनवर्टर और यूपीएस के लिए भुगतान किया है और कुछ कम्पनियां करने के बारे में विचार कर रही हैं। कंपनियां नहीं चाहती है कि किसी भी वजह से काम प्रभावित हो। ऐसे में वह कर्मचारियों को हर तरह की जरूरी सुविधा देने का प्रयास कर रही हैं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़