सुरंग में फंसे श्रमिकों की परिजनों से हुई बातचीत

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प्रतिरूप फोटो
ANI

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा रविवार सुबह ढह गया था जिससे उसमें 40 श्रमिक फंस गए थे। इन्हें निकालने के लिए मलबे में शक्तिशाली अमेरिकी आगर मशीन से ड्रिलिंग की जा रही है।

सिलक्यारा सुरंग में फंसे 40 श्रमिकों में शामिल झारखंड के विश्वजीत के भाई इंद्रजीत कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि सभी श्रमिक सुरक्षित रूप से बाहर आ जाएंगे।

इंद्रजीत ने यहां संवाददाताओं को बताया, मैं अपने भाई की सलामती के बारे में चिंता करता हुआ मंगलवार शाम को यहां पहुंचा। अपने भाई और हमारे ही राज्य के एक और व्यक्ति सुबोध कुमार से मंगलवार और बुधवार दोनों दिन बात करने के बाद मैं चिंतामुक्त हो गया। उन्होंने कहा कि वे सभी ठीक हैं।

इंद्रजीत ने कहा कि अब विदेश से आई ड्रिल मशीन को काम पर लगाया गया है तो वह निश्चिंत है कि वे सब सकुशल बाहर आ जाएंगे। सुरंग में फंसे श्रमिकों में से 15 अकेले झारखंड के निवासी हैं जबकि बाकी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम के रहने वाले हैं।

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा रविवार सुबह ढह गया था जिससे उसमें 40 श्रमिक फंस गए थे। इन्हें निकालने के लिए मलबे में शक्तिशाली अमेरिकी आगर मशीन से ड्रिलिंग की जा रही है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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