आतंकियों के खिलाफ अपनी नीति स्पष्ट करे कांग्रेस: शिवराज
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ और प्रधानमंत्री की लोकप्रियता के खिलाफ लड़ें, लेकिन देश के दुश्मनों को लाभ नहीं पहुंचाएं।
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस आतंकवादियों के खिलाफ अपनी नीति स्पष्ट करे। चौहान ने कहा कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में राजद्रोह के खिलाफ कानून को समाप्त करने की बात कह रही है। भारत के टुकड़े हों, ऐसे नारे लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई न हो, यह प्रयास किया जा रहा है। आफ्स्पा जैसे कानून को कमजोर करके वे सेना को कमजोर करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में अगर पत्थरबाजी की घटनाएं कम हुई हैं और आतंकवाद को नियंत्रित किया गया है तो इसलिए क्योंकि अब आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो रही है। लेकिन कांग्रेस का दृष्टिकोण देखिए, हम आतंकवादियों की सुरक्षा हटाते हैं तब वे आरएसएस के कार्यालय की सुरक्षा हटाने का काम करते हैं।
सरकार-सरकार में फर्क देखिए!
— Chowkidar Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 3, 2019
एक ओर भारतीय जनता पार्टी की सरकार कश्मीर में आतंकवादियों की सुरक्षा हटाती है और वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय की सुरक्षा हटाती है!
कांग्रेस की मानसिकता कितनी विकृत हो चुकी है, देश की जनता यह समझ गई है!
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ और प्रधानमंत्री की लोकप्रियता के खिलाफ लड़ें, लेकिन देश के दुश्मनों को लाभ नहीं पहुंचाएं। पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि क्या कोई इस तरह का वादा अपने घोषणा पत्र में कर सकता है। आज लग रहा है कांग्रेस का हाथ आतंकवादियों के साथ है। उन्होंने कहा कि आंतकवादियों के खिलाफ कांग्रेस की क्या नीति है, यह हम पूछना चाहते हैं। चौहान ने कहा कि घोषणा पत्र में इसके साथ ही दूसरी अन्य कई बातें लिखी गई हैं जो मन में तकलीफ पैदा करती हैं।
उन्होंने कहा कि जब मुंबई में हमला हुआ तब कांग्रेस की सरकार में साहस नहीं था कि पाकिस्तान के आतंकी शिविरों पर हमला करे। लेकिन जब उरी में हमला हुआ तब सर्जिकल स्ट्राइक की गयी और फिर पुलवाम हमले के बाद एयर स्ट्राइक करके आतंकी शिविरों को उड़ा दिया गया। चौहान ने इससे पहले आज छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा क्षेत्र का दौरा किया और यहां सुकमा और कोंडागांव में चुनावी रैली को संबोधित किया। बस्तर क्षेत्र के में इस महीने 11 तारीख को मतदान होगा। छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों के लिए 11 अप्रैल, 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को मतदान होगा।
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