North-East Elections: पूर्वोत्तर के रूझानों पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे की आई पहली प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा
खड़गे ने साफ तौर पर कहा कि जब फाइनल नतीजे आएंगे तो देखेंगे कि कहां हमें बहुमत मिलती है और कहां हमारी सरकार नहीं बनती। ईरोड ईस्ट उपचुनाव में कांग्रेस के आगे चलने पर खड़गे ने कहा कि कांग्रेस की जीत निश्चित है क्योंकि सभी को उम्मीद थी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे फिलहाल चेन्नई गई हैं। चेन्नई में ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से पूर्वोत्तर के 3 राज्य मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा के चुनावी नतीजों के बारे में सवाल पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अभी फाइनल नतीजे नहीं आए हैं। फाइनल नतीजे आने के बाद देखते हैं कि कहां हमारी सरकार बन रही है और कहां हमारी सरकार नहीं बन रही है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा चुनाव के नतीजे देखते हैं क्योंकि वहां हमने खुद बहुत कम सीट पर चुनाव लड़ा और सोचा कि गठबंधन से हमें बहुमत मिल सकता है।
इसे भी पढ़ें: Congress MLAs के अजब बयान, अमीन खान बोले- हिंदू राष्ट्र में भी कोई नहीं मारेगा, सफिया बोलीं- हम राम-कृष्ण के वंशज
खड़गे ने साफ तौर पर कहा कि जब फाइनल नतीजे आएंगे तो देखेंगे कि कहां हमें बहुमत मिलती है और कहां हमारी सरकार नहीं बनती। ईरोड ईस्ट उपचुनाव में कांग्रेस के आगे चलने पर खड़गे ने कहा कि कांग्रेस की जीत निश्चित है क्योंकि सभी को उम्मीद थी। हमारी पार्टी के लोग जीतने के लिए बहुत आश्वस्त हैं और हम एक बड़े अंतर से जीतने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां लोग डीएमके-कांग्रेस गठबंधन के समर्थक हैं। अगर त्रिपुरा की बात करें तो रोजाना में देखा जाए तो लेफ्ट गठबंधन को 12 सीटों पर बढ़त है। कांग्रेस त्रिपुरा में लेफ्ट के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में थी।
इसे भी पढ़ें: पेशे से डॉक्टर माणिक साहा ने जनता की नब्ज पहचानी और भाजपा को दोबारा सत्ता में ले आये
त्रिपुरा में भाजपा गठबंधन नंबर 1 की पार्टी बनकर उभरी है। उसे 35 सीटों पर बढ़त है। मेघालय में कांग्रेस ने अपने दम पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ 5 सीटों पर आगे हैं। सत्तारूढ़ पार्टी एनपीपी 21 सीट तो बीजेपी 8 सीट पर आगे है। मेघालय में तृणमूल कांग्रेस की 8 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस के लिए नागालैंड से भी स्थिति अच्छी नहीं है। नागालैंड में पार्टी सिर्फ एक सीट पर आगे चल रही है। यहां भाजपा गठबंधन 42 सीटों पर आगे हैं और उसे 12 सीटों का फायदा हो रहा है। वही एनपीएफ 4 सीटों पर आगे है।
अन्य न्यूज़