अलीगढ़ जहरीली शराब कांड में कांग्रेस ने की आरोपियों को सजा दिलाने के लिए न्यायिक जांच की मांग की
कांग्रेस ने अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब पीने से कम से कम 36 लोगों की मौत के मामले की उच्च न्यायालय के किसी सेवारत न्यायाधीश से जांच कराए जाने की मांग की है।
अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश)। कांग्रेस ने अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब पीने से कम से कम 36 लोगों की मौत के मामले की उच्च न्यायालय के किसी सेवारत न्यायाधीश से जांच कराए जाने की मांग की है। कांग्रेस सचिव विवेक बंसल ने मंगलवार को कहा कि अलीगढ़ जहरीली शराब कांड की जांच उच्च न्यायालय के किसी सेवारत न्यायाधीश से कराई जानी चाहिए ताकि इस पूरे गिरोह में शामिल लोगों के नाम सामने आ सकें। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ जिला प्रशासन ने सोमवार दोपहर तक 71 शवों के पोस्टमार्टम कराए जाने की बात तो स्वीकार की लेकिन तकनीकी पेंच फंसा कर मौतों के असल आंकड़े को कम कर दिया।
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बंसल ने यह भी बताया कि अनेक गांवों से मिल रही खबरों से जाहिर हो रहा है कि जहरीली शराब पीने से बड़ी संख्या में मारे गए लोगों के शवों का, पोस्टमार्टम कराए बगैर अंतिम संस्कार कर दिया गया है। कांग्रेस सचिव ने कहा कि सिर्फ उच्च स्तरीय न्यायिक जांच से ही प्रभावित परिवारों को राहत मिल सकती है। उन्होंने कहा कि शराब माफिया की पहुंच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सत्तारूढ़ पार्टी के एक विधायक ने आरोप लगाया है कि उन्होंने अधिकारियों से शराब के अवैध कारोबार के बारे में कई बार शिकायत की, लेकिन यह कारोबार जारी रहा।
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में गत शुक्रवार से सोमवार तक जहरीली शराब पीने से 36 लोगों की मौत हो चुकी थी। इस मामले में राज्य सरकार ने कड़ी कार्यवाही करते हुए आबकारी आयुक्त पी. गुरुप्रसाद को पद से हटा दिया तथा दो अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
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