थानेसर से कांग्रेस प्रत्याशी Ashok Arora ने सैनी पर बोला हमला, कहा - लाडवा की जनता उन्हें वापस नारायणगढ़ भेज देगी

Ashok Arora
ANI
Anoop Prajapati । Sep 22 2024 6:04PM

थानेसर से कांग्रेस प्रत्याशी अशोक अरोड़ा ने सीएम नायब सिंह सैनी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सीएम सैनी का बहीखाता सही हो जाएगा और लाडवा की जनता उन्हें वापस नारायणगढ़ भेज देगी। अपको बता दें कि, हरियाणा के वर्तमान सीएम सैनी ने नारायणगढ़ से सबसे पहले चुनाव लड़ा था लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए थानेसर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अशोक अरोड़ा ने सीएम नायब सिंह सैनी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सीएम सैनी का बहीखाता सही हो जाएगा और लाडवा की जनता उन्हें वापस नारायणगढ़ भेज देगी। अपको बता दें कि, हरियाणा के वर्तमान सीएम सैनी ने नारायणगढ़ से सबसे पहले चुनाव लड़ा था लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके साथ ही अशोक अरोड़ा ने कहा, ''नायब सिंह सैनी का बहिखाता सही ठीक हो जाएगा। वह नारायणगढ़ से कुरुक्षेत्र आए और फिर करनाल आए और अब लाडवा की जनता उन्हें वापस नारायणगढ़ भेज देगी।'' 

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 2010 में नारायणगढ़ से विधानसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें कांग्रेस के नेता रामकृष्ण गुर्जर के हाथों बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी ने 2014 में उन्हें फिर टिकट दिया और वह 24,361 वोटों के अंतर से जीत गए और रामकृष्ण गुर्जर को हराया था।

सैनी की सीट नारायणगढ़ से बदलती रही है

बीजेपी ने उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र से टिकट दिया और उन्होंने वहां जीत दर्ज की। लेकिन इस साल आम चुनाव से कुछ समय पहले जब मनोहर लाल खट्टर ने सीएम पद छोड़ा तो उनकी जगह नायब सिंह सैनी करनाल से विधानसभा उपचुनाव में खड़े हुए और जीत हासिल की। भारतीय जनता पार्टी ने इस बार के विधानसभा चुनाव में उनकी सीट बदल दी और उन्हें लाडवा से टिकट दिया है। सीएम सैनी का लाडवा में मुकाबला वर्तमान कांग्रेस विधायक मेवा सिंह से है। अगर वे यह चुनाव जीत जाते हैं तो लाडवा सीट दोबारा बीजेपी के पास चली जाएगी जो पार्टी ने 2019 में गंवाई  थी।

थानेसर में लगातार तीसरी हार को टालने की तैयारी में अशोक अरोड़ा

कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक अरोड़ा जो नायब सिंह सैनी को लेकर यह दावा कर रहे हैं वह 2019 में आईएएनएलडी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने जब आईएनएलडी ज्वाइन की थी तब वह इस पार्टी के उपाध्यक्ष थे। वह थानेसर से भी विधायक रहे हैं। 2014 और 2019 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. दोनों ही बार उन्हें सुभाष सुधा ने हराया था। इस बार भी उनका मुकाबला सुभाष सुधा से ही है।

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