चारधाम के तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 1,000 यात्रियों की हुई वृद्धि, मुख्यमंत्री धामी बोले- रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की भारी आमद के कारण, सरकार ने 4 धामों में तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 1,000 यात्रियों की वृद्धि की हैं। पंजीकरण अनिवार्य हैं। सत्यापन के लिए सभी पुलिस चौकियों पर कड़ाई से एवं नियमित रूप से जांच की जाएगी।
देहरादून। चारधाम की यात्रा करने वालों के लिए खुशखबरी है। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने चारधाम की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 1,000 यात्रियों की वृद्धि की है। दरअसल, चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या ने प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं और पहले 7 दिनों में करीब 20 यात्रियों की मौत हो चुकी है। इसी बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान सामने आया है।
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चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की भारी आमद के कारण, सरकार ने 4 धामों में तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 1,000 यात्रियों की वृद्धि की हैं। पंजीकरण अनिवार्य हैं। सत्यापन के लिए सभी पुलिस चौकियों पर कड़ाई से एवं नियमित रूप से जांच की जाएगी। जब तक श्रद्धालुओं को ऊपर से यात्रा करने की अनुमति न मिल जाए तब तक वे अपनी यात्रा आग न बढ़ाएं।
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6 मई को केदारनाथ धाम और 8 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही तीर्थयात्रियों का जमावड़ा शुरू हो गया। आपको बता दें कि वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले और फिर दर्शन करने के लिए देश-विदेश से आए तीर्थयात्रियों का तांता लग गया। हालांकि चारधाम यात्रा के शुरुआती 7 दिनों में 20 यात्रियों की मौत हो चुकी है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बीमार यात्रियों से यात्रा को स्थगित करने की अपील की है।
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